Advertisement

Search Result : "चीनी वैज्ञानिक"

क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

क्या वाकई थम गई पुरस्कार वापसी मुहिम?

बिहार चुनाव के नतीजे आने का बाद सोशल मीडिया पर इन दिनों एक कविता काफी प्रसारित हो रही है। इस कविता में कहा जा रहा है कि अब कहीं से भी गोमांस, सम्मान वापसी, अरहर दाल की बढ़ती कीमतों को लेकर कोई बयान नहीं आ रहा है। यह सवाल खड़ा होता है कि क्या ऐसा सहिष्णुता की वजह से है या ऐसा बिहार का चुनाव खत्म हो जाने की वजह से है। स्पष्ट तौर पर यह आरोप लगता रहा है कि लेखकों, कलाकारों और वैज्ञानिकों द्वारा जो पुरस्कार लौटाए जा रहे थे वह बिहार चुनावों को प्रभावित करने की एक पूर्वनियोजित साजिश थी। इस संबंध में आरएसएस का मानना है कि पुरस्कार वापसी की मुहीम राजनीतिक ताकतों के हित में बहुत सलीके से संयोजित की गई थी। केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह ने तो यहां तक कहने में भी गुरेज नहीं किया कि पुरस्कार वापसी के इस मुहिम में बहुत ज्यादा पैसा सम्मिलित था। जो कुछ भी हुआ, यह उसकी पूरी तरह से एक प्रायोजित और विकृत व्याख्या है।
क्या रहस्‍यमय एक्स-फैक्टर है गंगाजल की खासियत?

क्या रहस्‍यमय एक्स-फैक्टर है गंगाजल की खासियत?

क्या गंगाजल को खास बनाने के पीछे इसमें मौजूद किसी विशेष एक्स फैक्टर का योगदान है? गंगा निश्चित तौर पर भारत की सबसे पवित्रतम नदियों में से एक है और अनंतकाल से इसके जल को इसके जादुई गुणों के लिए जाना जाता है। इसी खूबी के चलते यदि गंगाजल वर्षों तक रखा जाए, तो भी यह खराब नहीं होता। इसे इस नदी का आत्म-शोधन का गुण कहा जाता है। भारतीय वैज्ञानिक इसी रहस्‍य से पर्दा उठाने की कोशिश में जुटे हैं।
सभी युद्धों को मिलाकर जितने मरे उससे अधिक मधुमेह से मर गए

सभी युद्धों को मिलाकर जितने मरे उससे अधिक मधुमेह से मर गए

हिंदुस्तान को पूरी दुनिया में मधुमेह या डायबिटीज राजधानी कहते हैं और इसे कलंक का यह तमगा यूं ही नहीं मिल गया है। हकीकत यह है कि दुनिया भर में करीब 34 करोड़ लोग मधुमेह से ग्रस्त हैं। इसमें भी 20 फीसदी यानी करीब 7 करोड़ मरीज अकेले भारत में हैं। यह आंकड़ा देश की कुल जनसंक्चया का करीब 3 फीसदी है। मधुमेह को बाकी बीमारियों की गंगोत्री कह सकते हैं। इससे पीड़ित होने के बाद अन्य गंभीर बीमारियों की चपेट में में आना महज वक्त की बात होती है।
जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव लौटाएंगे अपना पद्म भूषण

जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव लौटाएंगे अपना पद्म भूषण

देश में बढ़ती असहिष्‍णुता और तर्कवादियों की हत्‍या के खिलाफ चल रही मुहिम में देश के जाने-माने वैज्ञानिक पीएम भार्गव भी शामिल हो गए हैं। भार्गव ने कहा कि वह अपना पद्म भूषण पुरस्कार लौटा रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि राजग सरकार भारत को हिंदू धार्मिक निरंकुश तंत्रा में बदलने का प्रयास कर रही है।
असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

असहिष्णुता के खिलाफ वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्रपति को लिखा पत्र

कन्नड़ विचारक एमएम कलबुर्गी की हत्या सहित असहिष्णुता की घटनाओं पर चिंता जताते हुए वैज्ञानिकों के एक समूह ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उपयुक्त कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकारों से मानवता विरोधी और सभ्यता विरोधी गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील भी की है।
रेडियोधर्मी कचरे से निकाली जिंदगी बचाने वाली तकनीक

रेडियोधर्मी कचरे से निकाली जिंदगी बचाने वाली तकनीक

कचरे पर कोई हाथ नहीं डालना चाहता...और बात बेहद रेडियोधर्मी कचरे की हो तब तो बिल्कुल नहीं। फिर भी भारतीय परमाणु विज्ञानियों ने इस काम को अपने हाथ में लेते हुए दुनिया में पहली बार परमाणु उर्जा संयंत्रों से निकलने वाले कचरे से रेडियोधर्मी तत्व सीजियम की एक एेसी दुर्लभ किस्म विकसित की है।
चीनी मीडिया ने उड़ाया भारत का मजाक

चीनी मीडिया ने उड़ाया भारत का मजाक

अमेरिकी मीडिया में आई इस खबर पर चुटकी लेते हुए कि अमेरिकी तकनीकी कंपनियों के लिए अगले बड़े मोर्चे के तौर पर भारत ने चीन की जगह ले ली है, सरकारी चाइना डेली ने एक आलेख में कहा है कि भारत उस मुकाम तक भी नहीं पहुंच पाया है, जहां चीन पांच साल पहले था।
अमेरिका में वैज्ञानिक-इंजीनियर भेजने वाला भारत शीर्ष एशियाई देश

अमेरिका में वैज्ञानिक-इंजीनियर भेजने वाला भारत शीर्ष एशियाई देश

प्रवासी वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को अमेरिका भेजने वाले एशियाई देशों में भारत शीर्ष स्थान पर है। एशिया से अमेरिका जाने वाले वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की कुल 29.6 लाख की आबादी में से 9.5 लाख लोग अकेले भारत के हैं। यह जानकारी एक नई रिपोर्ट में दी गई है।
चीनी ड्रैगन की करवट से नहीं बिगड़ेगा सेंसेक्स का मिजाज

चीनी ड्रैगन की करवट से नहीं बिगड़ेगा सेंसेक्स का मिजाज

यह तो सभी मानते थे कि चीन दुनिया की अर्थव्यवस्‍था में महत्वपूर्ण स्‍थान रखता है मगर इस बार इसका असर गंभीरता से नजर आया। चीन के इस प्रभाव ने दुनिया की अर्थव्यवस्‍था के प्रति चिंता बढ़ा दी है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement