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Search Result : "जमीयत उल उलेमा ए हिंद"

मौलाना अरशद मदनी की मांग, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे सरकार

मौलाना अरशद मदनी की मांग, गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करे सरकार

देश में गोरक्षा के नाम पर हिंसा की हालिया घटनाओं को हवाला देते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने बुधवार को कहा कि सरकार कानून बनाकर गाय को राष्‍ट्रीय पशु घोषित करे ताकि गोहत्या रोकने के बहाने की जाने वाली हिंसा पर रोक लग सके और समाज में भाईचारा एवं शांति बरकरार रहे।
पाक में लापता भारतीय उलेमा स्वदेश लौटे

पाक में लापता भारतीय उलेमा स्वदेश लौटे

हजरत निजामुद्दीन दरगाह के सज्जादानशीन सहित दो भारतीय उलेमा आज स्वदेश लौट आए। ये दोनों गत सप्ताह पाकिस्तान में लापता हो गए थे। सैयद आसिफ निजामी और उनके भतीजे नाजिम अली निजामी का उनके परिवार के सदस्यों और शुभचिंतकों के एक समूह ने नई द‌िल्ली हवाई अड्डे पर स्वागत किया।
गुरमीत राम रहीम देंगे हिन्द का नापाक को जवाब

गुरमीत राम रहीम देंगे हिन्द का नापाक को जवाब

रात के 10 बजे और दूर-दूर तक फैला जनसैलाब। लोग इतने कि गिनने बैठो तो गिनती खत्म हो जाए। बारिश के बाद की ठंडक, कोहरा और सर्द हवाएं भी इस जनसमूह का उत्साह कम नहीं कर पा रही थीं। यह जगह थी हरियाणा के सिरसा में ‘डेरा सच्चा सौदा’ जहां बाबा गुरमीत राम रहीम सिंह अपनी अगली फिल्म ‘हिन्द का नापाक को जवाब-एम.एस.जी. लायन हार्ट 2’ का ट्रेलर लांच करने वाले थे।
‘मुस्लिम-दलित मिलकर लड़ाई लड़ें तो वे एक और एक ग्यारह होंगे’

‘मुस्लिम-दलित मिलकर लड़ाई लड़ें तो वे एक और एक ग्यारह होंगे’

मुस्लिमों के साथ मजहब के नाम पर और दलितों के साथ जाति के नाम पर भेदभाव होने का दावा करते हुए प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उल उलेमा ए हिंद के महासचिव मौलाना महमूद मदनी ने आज दलित और मुस्लिम समाज से एकजुट होने का आह्वान किया।
जमिअत उलमा-ए-हिंद अधिवेशनः ख्वाजा की नगरी से दिल जोड़ने का संदेश

जमिअत उलमा-ए-हिंद अधिवेशनः ख्वाजा की नगरी से दिल जोड़ने का संदेश

आज अजमेर में जमिअत-उलमा-ए हिंद का 33वां अधिवेशन शुरू हो गया है। यहां के काईड विश्राम स्थली में जमिअत उलमा-ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना कारी मोहम्मद उस्मान मंसूरपुरी की अध्यक्षता में जमिअत उलमा-ए हिंद के तराने के साथ जैसे ही पहली बैठक शुरू हुई, बड़ी तादाद में लोगों ने जात के नाम पर पैदा की गई दूरियों को खत्म करने की अपील के नारे दिए और एकता का संदेश दिया।
आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के आखिरी सिपाही डैनियल काले का निधन

आजाद हिंद फौज के वयोवृद्ध सिपाही डैनियल काले का लंबी बीमारी के बाद कोल्हापुर में निधन हो गया। उनके बारे में कहा जाता है कि वे आजादी के संघर्ष के लिए गठित आजाद हिंद फौज के आखिरी जीवित सदस्य थे।
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