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Search Result : "जाकिर हुसैन अस्पताल"

सिंहस्थ घोटाले में फंसी भाजपा सरकार

सिंहस्थ घोटाले में फंसी भाजपा सरकार

लगता है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को इस वर्ष का सिंहस्‍थ कुंभ बहुत भारी पड़ने वाला है। कांग्रेस ने इस सिंहस्‍थ में बड़े पैमाने पर घोटाले के आरोप लगाए हैं। पार्टी ने खर्चों को लेकर सारे आंकड़े मीडिया के सामने रखे हैं और इन खर्चों पर एक सरसरी नजर डालने से ही गड़बड़ियों की बू आने लगती है।
खतरनाक ‘पंछियों’ के उड़ने पर बेबस सरकार

खतरनाक ‘पंछियों’ के उड़ने पर बेबस सरकार

आत्मघाती आतंकवादी हमलों को ‘युद्ध’ के नाम पर जायज ठहराने वाले विवादास्पद प्रचारक जाकिर नाइक ने बाकायदा वीडियो कांफ्रेंस में ऐलान कर दिया कि वह इस साल तो भारत नहीं लौटने वाला है। जाकिर नाइक पर इस्लाम धर्म के धुंआधार प्रचार के नाम पर बड़ी संख्या में लोगों को उत्तेजित करने एवं उन्हें आतंकवादी बनाने के गंभीर आरोप बांग्लादेश तक ने लगाए हैं।
मां और शिशु के लिए समर्पित है यह अस्पताल

मां और शिशु के लिए समर्पित है यह अस्पताल

एक ओर जहां देश में बहु विशेषज्ञता वाले महंगे निजी अस्पतालों की बाढ़ आ रही है वहीं किसी खास क्षेत्र को ध्यान में रखकर काम कर रहे अस्पतालों की संख्या तेजी से घटती जा रही है। ऐसे अस्पतालों में अलग-अलग विभाग जोड़कर उन्हें बहु विशेषज्ञता वाले अस्पतालों में बदला जा रहा है। मगर इस स्थिति में पारस समूह ने दिल्ली में एक अस्पताल पूरी तरह मां और शिशु की चिकित्सा को समर्पित कर दिया है।
शिवसेना ने की भारत लौटते ही जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की मांग

शिवसेना ने की भारत लौटते ही जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की मांग

शिवसेना ने मांग की है कि विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक को सऊदी अरब से भारत लौटते ही गिरफ्तार किया जाए और उनके पीस टीवी नेटवर्क को फौरन पूरी तरह से बंद किया जाए।
जाकिर नाइक भारत अभी नहीं लौटेंगे, कहा किसी जांच एजेंसी ने कुछ नहीं पूछा

जाकिर नाइक भारत अभी नहीं लौटेंगे, कहा किसी जांच एजेंसी ने कुछ नहीं पूछा

बांग्लादेश आतंकी हमले के बाद जहां एक ओर विवादों में घि‍रे मुस्लिम धर्म प्रचारक और उपदेशक जाकिर नाइक की गिरफ्तारी की मांग शुरू हो गई है, वहीं खबर है कि अब वह दो-तीन हफ्ते बाद भारत लौटेंगे। उन्‍होंने कहा है कि उनसे किसी जांच एजेंसी ने अभी तक किसी तरह की पूछताछ नहीं की है।
जाकिर पर मेरी आलोचना, राजनाथ-साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर की मुलाकात का क्‍या?

जाकिर पर मेरी आलोचना, राजनाथ-साध्‍वी प्रज्ञा ठाकुर की मुलाकात का क्‍या?

विवादित इस्लामी प्रचारक जाकिर नाइक के साथ मंच साझा करने के लिए भाजपा के निशाने पर आए कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पलटवार करते हुए शुक्रवार को भाजपा नेता और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी प्रज्ञा ठाकुर के साथ कथित मुुलाकात का मुद्दा उठाया।
हमलों से पहले जांच-कार्रवाई क्यों नहीं? आलोक मेहता

हमलों से पहले जांच-कार्रवाई क्यों नहीं? आलोक मेहता

महाराष्ट्र सरकार ने विवादास्पद उपदेशक जाकिर नाइक के आतंकवाद समर्थक भाषणों की जांच के आदेश दिए हैं। आरोप यह है कि पिछले दिनों बांग्लादेश में हुए घृणित आतंकवादी हमले में शामिल एक आतंकवादी जाकिर नाइक से ‘प्रेरित’ होकर ऐसी गतिविधि में शामिल हुआ।
आखिर कैसे फैला पीस टीवी का नेटवर्क

आखिर कैसे फैला पीस टीवी का नेटवर्क

बांग्लादेश में आंतकी हमलों के बाद से चर्चा में आए पीस टीवी का केंद्र मुंबई है। दफ्तर दुबई में है। दुनिया के दो सौ से अधिक देशों में टेलीकास्ट किया जाता है।
पाकिस्तान में प्रसिद्ध कव्वाल अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या

पाकिस्तान में प्रसिद्ध कव्वाल अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या

पाकिस्तान में बुधवार को अज्ञात बंदूकधारियों ने देश के बेहतरीन कव्वालों में से एक अमजद साबरी की गोली मारकर हत्या कर दी। साबरी को रूह छू देने वाली सूफी गायिकी के लिए पूरी दुनिया में जाना जाता था।
अदालत की नाफरमानी

अदालत की नाफरमानी

कुछ समय पहले दिल्ली उच्च न्यायालय की पार्किंग में काम करने वाले लड़के की आंतों में इन्फेक्शन हुआ। एक नामी अस्पताल में उसका इलाज चला। उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन ने लड़के को प्रमाणपत्र दिया कि गरीब होने के कारण उसका नि:शुल्क इलाज किया जाए। कुछ समय तक लड़के का इलाज चला लेकिन पैसे न होने के चलते अस्पताल ने इलाज बीच में रोक दिया। लड़के की मौत हो गई। अस्पताल ने बिना फीस अदा किए शव देने से इनकार कर दिया। उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के कुछ वकीलों ने अस्पताल के 5 लाख 70 हजार रुपये अदा किए और अस्पताल से शव लेकर उसके परिजनों के सुपुर्द किया। दिल्ली उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन पूर्व अध्यक्ष, यूरोपियन यूनियन में प्रिंसीपल काउंसिल और भारत के पूर्व अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल एडवोकेट अमरजीत सिंह चंदोक इस घटना का जिक्र करते हुए पूछते हैं, 'जब दिल्ली में सर्वोच्च न्यायालय और उच्च न्यायालय के आदेशों के यह हाल है तो क्या देश के दूसरे कोने के हालात बताने की जरूरत है?
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