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Search Result : "जाकिर हुसैन अस्पताल"

अब खुद केजरीवाल ने अपने खाद्यमंत्री को बर्खास्त किया

अब खुद केजरीवाल ने अपने खाद्यमंत्री को बर्खास्त किया

भ्रष्टाचार और अनैतिकता के आरोपों से घिरे दिल्ली सरकार के मंत्रियों के कारण मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की मुसीबत बढ़ती ही जा रही है। अब अपने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री असीम अहमद खान के भ्रष्टाचार में लिप्त होने के कारण उन्होंने खुद खान को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर मामला सीबीआई को सौंप दिया है।
संगीतकार र‌वींद्र जैन का निधन

संगीतकार र‌वींद्र जैन का निधन

बॉलीवुड के जाने-माने संगीतकार-गीतकार रवींद्र जैन का आज मुंबई के लीलावती में निधन हो गया। वह 71 वर्ष के थे। जैन किडनी की समस्या से पीड़ित थे और पिछले दिनों यूरिनरी इंफेक्‍शन के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कल तक उनकी हालत स्थिर बताई जा रही थी मगर आज सुबह उनके निधन की खबर आई।
अफगानिस्तान में अस्पताल पर अमेरिकी हमला, 19 की मौत

अफगानिस्तान में अस्पताल पर अमेरिकी हमला, 19 की मौत

अफगानिस्तान के कुंडूज शहर में आज एक अस्पताल पर अमेरिकी हवाई हमले में 19 लोग मारे गए। इस बमबारी की संयुक्त राष्ट्र ने निंदा करते हुए इसे अक्षम्य और संभवत: आपराधिक भी बताया है।
इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

इंद्राणी की हालत नाजुक, अगले 48 घंटे अहम

बहुचर्चित शीना बोरा हत्याकांड में मुख्य आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत अब भी नाजुक बनी हुई है और मुंबई के जे.जे. अस्पताल के मुताबिक उनकी जिंदगी के लिए अगले 48 घंटे काफी अहम हैं। एक दवा का कथित तौर पर अधिक सेवन करने के बाद इंद्राणी को बाइकुला जेल से जे.जे. अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जे.जे. अस्पताल के डीन डॉ. टी.पी. लहाने ने आज पत्रकारों को बताया, अगले 48 घंटे उनके लिए नाजुक हैं। लहाने से पूछा गया था कि क्या इंद्राणी खतरे से बाहर है।
जूस में है खूबसूरती का राज

जूस में है खूबसूरती का राज

आंतरिक स्वास्थ्य और बाहरी सौंदर्य एक सिक्के के दो पहलू हैं। आंतरिक स्वास्थ्य का प्रभाव शरीर की त्वचा और बालों पर साफ तौर पर देखा जा सकता है। निखरी त्वचा और घने चमकीले बाल अच्छे आंतरिक सौंदर्य का सूचक होते हैं। शरीर को आवश्यक पोषक तत्व पहुंचाने का सरल तरीका है ताजा फल और सब्जियां। वे हमें विटामिन, मिनरल, एंजाईंम देते हैं।
डेंगू के बाद अब दिल्ली में स्वाइन फ्लू का खतरा

डेंगू के बाद अब दिल्ली में स्वाइन फ्लू का खतरा

डेंगू संकट से जूझ रहे दिल्लीवासियों के ऊपर अब स्वाइन फ्लू का खतरा मंडरा रहा है। दिल्ली में स्वाइन फ्लू फैलने की आशंका है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने स्वाइन फ्लू के संभावित खतरे से दिल्लीवासियों को चेताया है।
डेंगू से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की मौत, शोक की लहर

डेंगू से अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी की मौत, शोक की लहर

डेंगू के डंक ने अंतरराष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ी प्रताप पहलवान कबलाना को ऐसा चित किया कि वह जिंदगी की बाजी ही हार गया। पहलवान का इलाज गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में चल रहा था। पहलवान की मौत से पूरे खेल जगत में शोक की लहर है।
डेंगू : बिस्तरों की मांग पूरी करने के लिए जूझ रहे अस्पताल

डेंगू : बिस्तरों की मांग पूरी करने के लिए जूझ रहे अस्पताल

दिल्ली में पांच साल में डेंगू के सबसे बुरे प्रकोप के चलते यहां अस्पतालों को मरीजों के लिए बिस्तर उपलब्ध कराने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है जबकि चिकित्सक शिकायत कर रहे हैं कि वे काम के बोझ से दबे जा रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने वेक्टर-जनित रोग को नियंत्राण करने के लिए उपाय तेज कर दिए हैं, लेकिन स्थिति को पूरी तरह काबू में किया जाना अभी बाकी है, क्योंकि डेंगू के मामलों की संख्या 2,000 तक पहुंचने को है।
अनशन कर रहे सात पूर्व फौजी अस्पताल में भर्ती

अनशन कर रहे सात पूर्व फौजी अस्पताल में भर्ती

मेजर जनरल (रिटायर्ड) मोहन सिंह की फौज में सर्विस को महज नौ साल हुए थे। वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में उन्हें एक अहम जिम्मेदारी दी गई। गुरदासपुर की सरहद पर लगते पाकिस्तान में एक पुल था जिसके जरिये पाक सैनिक गुरदासपुर होते हुए पठानकोट के जरिये कश्मीर को भारत से काट देना चाहते थे। उस पुल को नेस्तेनाबूद करने की जिम्मेदारी मेजर मोहन सिंह को दी गई। वह बताते हैं कि ‘ मेरे साथ दस सैनिक और थे। हमने पूरी रात लेट लेट कर सड़क पर बारूद बिछाया। खड़े होते तो सीमा पार से फायरिंग होती। हमारे जिंदा वापस आने की उम्मीद सिर्फ 30 फीसदी थी। मुझे मेरी पत्नी और बच्चों का जरा सा ख्याल नहीं आया, खयाल था तो बस उस पुल को मिटा देने का। हमने इस मिशन पर फतह हासिल की। ’ मेजर मोहन सिंह के अनुसार फौज इस देश के लिए क्या करती है यह बात उन लोगों को शायद पता ही नहीं जिन्होंने हमारी वन रैंक-वन पेंशन की मांग पर फैसला लेना है। वह कहते हैं ‘जिस देश में फौज की इज्जत नहीं होती उसे टुकड़ों में बंटने से कोई नहीं रोक सकता। अगर इन सालों में हमारी पाकिस्तान से लड़ाई नहीं हुई है तो इसका कारण भारत की फौज का मजबूत होना है लेकिन सरकार के रवैये से फौज का हौसला गिरता जा रहा है।
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