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Search Result : "जेएनयू छात्र संघ अध्‍यक्ष"

कन्हैया सहित जेएनयू के 15 छात्रों को हाईकोर्ट ने दी राहत, खालिद ने कहा, ‘जारी रहेगा संघर्ष’

कन्हैया सहित जेएनयू के 15 छात्रों को हाईकोर्ट ने दी राहत, खालिद ने कहा, ‘जारी रहेगा संघर्ष’

दिल्ली हाईकोर्ट ने गुरुवार को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार...
डीयू छात्र संघ चुनाव के बाद हैदराबाद यूनिवर्सिटी में भी एबीवीपी को झटका, सभी पदों पर हारी

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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में दो अहम पदों पर हार के बाद अब हैदराबाद केंद्रीय यूनिवर्सिटी...
गोरखपुर में पांचवी के छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइट नोट में टीचर को बताया जिम्मेदार

गोरखपुर में पांचवी के छात्र ने की आत्महत्या, सुसाइट नोट में टीचर को बताया जिम्मेदार

वैश्विक स्तर पर आत्महत्या के मामलों में बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन एक बच्चे के द्वारा की गई आत्महत्या ने...
फरीदाबाद: 7वीं कक्षा के छात्र के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या, आरोपी गिरफ्तार

फरीदाबाद: 7वीं कक्षा के छात्र के साथ दुष्कर्म के बाद हत्या, आरोपी गिरफ्तार

गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल के कक्षा दो के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर की मौत का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि फरीदाबाद से एक और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। फरीदाबाद के एक सरकारी स्कूल के छात्र के साथ दुष्कर्म करने के बाद हत्या का मामला सामने आया है।
जेएनयू में लेफ्ट का परचम, गीता कुमारी अध्यक्ष, बापसा ने फिर चौंकाया

जेएनयू में लेफ्ट का परचम, गीता कुमारी अध्यक्ष, बापसा ने फिर चौंकाया

लेफ्ट का गढ़ माने जाने वाले जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रसंघ चुनाव में वामपंथी छात्र संगठनों का दबदबा कायम है। सेंट्रल पैनल की चारों सीटों पर वाम गठबंधन की जीत हुई। एबीवीपी दूसरे स्थान पर रही है जबकि बापसा जेएनयू में बड़ी ताकत बनकर उभरा।
जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू छात्र संघ चुनाव: लाल, भगवा और नीले में किसकी बढ़ेगी चमक, जानिए अहम बातें

जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
राजस्थान छात्र संघ चुनाव: CYSS के प्रदर्शन से जगी ‘आप’ की आस, ABVP-NSUI को दी कड़ी टक्कर

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राजस्थान की राजनीति में अभी तक भाजपा और कांग्रेस का ही कब्जा रहा है। छात्र राजनीति में भी कमोबेस यही स्थिति रही है।
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