एनआईए ने आज विवादास्पद इस्लामी प्रचारक जाकिर नाईक को नोटिस जारी करते हुए उसके खिलाफ आतंकवाद निरोधक कानून के तहत दर्ज मामले में 14 मार्च को पेश होने को कहा।
बाबरी विध्वंस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी समेत 13 नेताओं पर फिर से आपराधिक साजिश का मामला चल सकता है। सुप्रीम कोर्ट ने ये संकेत देते हुए कहा है कि महज तकनीकी आधार पर इन्हें इस मामले में राहत नहीं दी जा सकती।
पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी रैकेट के हाल में हुए खुलासे के बाद अब राजनीति तेज हो सकती है। एक ओर जहां मामले की जांच कर रही राज्य सीआइडी के सूत्रों का कहना है कि इस कांड में भाजपा के बड़े नेताओं के नाम जुड़े हैं और इस मामले में सीआईडी भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय एवं राज्यसभा सांसद रूपा गांगुली की भूमिका की जांच कर रही है और जरूरत पड़ने पर उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है वहीं राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग ने इस मामले की जांच के लिए जलपाईगुड़ी अपनी टीम भेजने की घोषणा की है। इस टीम में चार सदस्य होंगे। यानी अब पूरी तरह यह मामला राज्य बनाम केंद्र की एजेंसी का रूप ले सकता है।
नेता लोग यूपी चुनाव में रोड शो में भले ही थोड़ा बहुत जोखिम उठा लें लेकिन अपने अंतःपुर की सुरक्षा की उन्होंने चाक चौबंद व्यवस्था की हुई है ताकि विरोधी खेमा कोई सेंध लगाने में कामयाब न हो जाए। वे यहां जरा भी चूक नहीं चाहते वे। कह सकते हैं हर बड़े नेताओं ने मीडिया से और अपने विरोधी खेमों से अपनी सुरक्षा के लिए वार रूम की तरह अपने अपने 'बंकर' भी बना रखे हैं।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव की लड़ाई अब अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चुकी है। अगले चरण के मतदान के लिए राजनैतिक पार्टियों ने अपना ध्यान धार्मिक शहर वाराणसी पर लगा दिया है। वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का लोकसभा क्षेत्र है।
पश्चिम बंगाल में बच्चों की खरीद-फरोख्त और तस्करी मामले में गिरफ्तार आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने बच्चों को बेचने की प्रक्रिया में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली पर भी आरोप लगाए हैं। आरोपी का यह बयान भाजपा के लिए नया सिरदर्द साबित हो सकता है।
प्रवर्तन निदेशालय ने विवादित इस्लामी धर्मोपदेशक जाकिर नाइक और अन्य लोगों के खिलाफ चल रहे धन शोधन मामले की जांच के संदर्भ में नाइक को ताजा और संभवत: आखिरी समन जारी किए हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने पूर्वांचल में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए शीर्ष नेताओं को चुनाव प्रचार में उतार दिया है। पांचवे चरण के मतदान के बाद बाकी दो चरणों के मतदान पूर्वांचल की सीटों पर होना है। ऐसे में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने यहां जमकर प्रचार करना शुरू कर दिया है।
चुनाव प्रचार में नेताओं के भाषण को लेकर चुनाव आयोग ने नाराजगी जाहिर की है। आयोग ने सभी राजनीतिक दलों को नोटिस जारी करते हुए भाषणों पर संयम बरतने के निर्देश दिए हैं।