बांग्लादेश ने प्रतिबंधित हरकत उल जिहाद अल इस्लामी (हूजी) के प्रमुख मुफ्ती अब्दुल हन्नान और उसके दो सहयोगियों को एक दरगाह पर वर्ष 2004 में हमला करने के मामले में बुधवार की रात फांसी पर लटका दिया। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और ब्रितानी उच्चायुक्त घायल हो गए थे।
मुस्लिमों से बीफ छोड़ने की अपील और पीएम मोदी से बीफ को पूरे देश में बैन करने की मांग अजमेर दरगाह के दीवान को भारी पड़ गई है। उन्हें दरगाह के दीवान के पद से हटा दिया गया है।