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Search Result : "दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी"

मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

मुशर्रफ के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट

पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के खिलाफ आज यहां की एक अदालत ने गैर जमानती गिरफ्तारी वारंट जारी किया। यह वारंट वर्ष 2007 में लाल मस्जिद के मौलवी अब्दुल राशिद गाजी की हत्या के मामले में अदालत में पेश होने में मुशर्रफ के बार-बार विफल रहने पर जारी किया गया है।
बैडमिंटन: साइना बनी  खिलाड़ी नंबर वन

बैडमिंटन: साइना बनी खिलाड़ी नंबर वन

साइना नेहवाल ने विश्व रैंकिंग में नंबर वन पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बैडमिंटन खिलाड़ी बनकर इतिहास रच दिया। साइना ने नंबर वन के ताज पर तब कब्जा किया जब उनकी निकटतम प्रतिद्वंद्वी स्पेन की कैरोलिना मारिन यहां इंडिया ओपन सुपर सीरिज सेमीफाइनल में हार गई। आधिकारिक रैंकिंग अगले सप्ताह गुरूवार को जारी होगी लेकिन मारिन की हार से साइना का नंबर एक बनना तय हो गया है।
विमान को नष्ट करना चाहता था सह-पायलट

विमान को नष्ट करना चाहता था सह-पायलट

एल्प्स पर्वत में दुर्घटना का शिकार हुए जर्मनविंग्स के विमान के सह-पायलट ने जानबूझकर उसे नष्ट किया था। यह बात फ्रांस के एक अधिकारी ने कही, हालांकि उन्होंने इसमें आतंकवाद से जुड़ा कोई पहलू होने से इनकार किया।
सानिया युगल में दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी बनी

सानिया युगल में दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी बनी

सानिया मिर्जा स्विट्जरलैंड की महान खिलाड़ी मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर बीएनबी परिबास ओपन टेनिस का खिताब जीतने के बाद सोमवार को जारी डब्ल्यूटीए युगल रैंकिंग में करियर के सर्वश्रेष्ठ तीसरे स्थान पर पहुंच गई हैं।
विश्व कपः किसे  खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

विश्व कपः किसे खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांज्लादेश के आखिरी दौर तक प्रतियोगिता में बने रहने से बढ़ा क्रिकेट का रोमांच। क्रिकेट पंडित तो यहां तक मानने लगे हैं कि विश्व कप एक बार फिर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ही और विशेषकर भारत में ही रह जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि दक्षिण एशियाई देशों को विश्व कप में बनाए रखने की कहीं यह सोची-समझी रणनीति तो नहीं है? बहुत हद तक इस बात की पुष्टि सिडॉन पार्क के क्यूरेटर कार्ल जॉनसन ने यह कहकर कर दी है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की खास हिदायत पर विश्व कप में सपाट पिचें बनाई जा रही हैं।
बदली दुनिया सारी ना बदला हिंदुस्तानी

बदली दुनिया सारी ना बदला हिंदुस्तानी

सन 2002 में कौन कल्पना कर सकता था कि अमेरिका में एक अश्वेत नेता राष्ट्रपति बन सकेगा? भारत में किसने सोचा होगा कि गुजरात के घृणित दंगों की पृष्ठïभूमि के बावजूद प्रदेश के नवोदित नेता नरेंद्र मोदी 2014 में प्रधानमंत्री बन सकते हैं?
सत्ता के ऊपर ज्ञान, व्यक्तियों के ऊपर विवेक

सत्ता के ऊपर ज्ञान, व्यक्तियों के ऊपर विवेक

चुनिंदा नायकों या खलनायकों की भूमिका पर जरूरत से ज्यादा जोर देने के कारण इतिहास का सम्यक विवेचन नहीं हो पाता। जैसे गांधी, नेहरू, पटेल, जिन्ना और माउंटबेटन पर ज्यादा जोर देने से हमें भारत विभाजन के बारे में कई जरूरी प्रश्‍नों के उत्तर नहीं मिलते। मसलन, देसी मुहावरे में आम जनता को अपनी बात समझाने में माहिर और उनमें आजादी के लिए माद्दा जगाने वाले गांधी अपने तमाम सद्प्रयासों के बावजूद नाजुक ऐतिहासिक मौके पर आम हिंदू-मुसलमान को एक-दूसरे के प्रति सांप्रदायिक दरार से बचने की बात समझाने में क्यों विफल रहे, नोआखली जैसी अपनी साक्षात उपस्थिति वाली जगह को छोडक़र? जिन्ना की महत्वकांक्षा और जिद को कितना भी दोष दें, कलकत्ता और अन्य जगहों का आम मुसलमान क्यों उनके उकसावे पर पाकिस्तान हासिल करने के लिए खून-खराबे पर उतारू हो गया?
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