शिवसेना ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुख्यालय देश में सत्ता का दूसरा केंद्र बन गया है। सामना के संपादकीय में पार्टी ने फिर दोहराया कि वह राष्ट्रपति पद के लिए संघ प्रमुख मोहन भागवत के अलावा और किसी को उपयुक्त नहीं मानती।
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में धर्मांतरण कराने वाले तीन ईसाईयों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एक ग्रामीण की शिकायत के बाद पुलिस ने इन तीनों ईसाईयों को गिरफ्तार किया है।
कथित गोरक्षक की गुंडागर्दी को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने महत्वपूर्ण बयान दिया है। मोहन भागवत का कहना है कि गोकशी के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा गोरक्षा के उद्देेेेश्य को ही नुकसान पहुंचाती है। कानून का हर हाल में पालन किया जाना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज में शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ की हिंदू युवा वाहिनी धर्मांतरण को लेकर उग्र हुई और चर्च में की जा रही प्रार्थना को बंद करा दिया। वाहिनी के कार्यकर्ता दल बल पहुंच बवाल करना शुरू कर दिया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चर्च में स्थानीय लोगों का धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था।
अनुसूचित जनजाति आयोग के नवनियुक्त अध्यक्ष नंदकुमार साय ने आज कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में आदिवासियों को आर्थिक और अन्य तरह का प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराने की घटनाओं पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को इसे रोकने के लिए एक कानून लाना चाहिए और धर्मान्तरित आदिवासियों को मिलने वाली सुविधाएं समाप्त की जानी चाहिए।
किसानों के सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आज कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अगर अपने राज खजाने से किसानों के ब्याज या कर्ज का भार उठाती है तो उन्हें खुशी होगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल होने से इनकार करते हुए ऐसे समाचार को मनोरंजक खबरें बताया। उन्होंने कहा कि उनका नाम राष्ट्रपति पद के लिए नहीं आएगा, यदि इसका प्रस्ताव रखा भी जाता है तो वह इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
देश के अगले राष्ट्रपति के लिए भाजपा की सहयोगी शिवसेना आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत का नाम आगे बढ़ाया है। शिवसेना ने एनडीए और पीएम नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि भारत को 'हिंदू राष्ट्र' बनाने के लिए भागवत को राष्ट्रपति बनाना बेहद ज़रूरी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत और संस्थापक एम. एस. गोलवलकर पर अमर्यादित टिप्पणी को लेकर बरेली कॉलेज में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जमकर तोड़फोड़ की और हंगामा किया।