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Search Result : "नासा का पर्सिवियरेंस रोवर"

नासा ने दिखाया चेन्‍नई में कैसे हुई 100 साल की सर्वाधिक बारिश

नासा ने दिखाया चेन्‍नई में कैसे हुई 100 साल की सर्वाधिक बारिश

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का कहना है कि गत एक और दो दिसंबर को चेन्नई में 24 घंटे में जितनी बारिश हुई थी, उतनी वर्ष 1901 के बाद किसी दिन नहीं हुई थी।
कैसे गायब होते हैं शनि से पानी के आयन?

कैसे गायब होते हैं शनि से पानी के आयन?

वैज्ञानिकों ने एक नई खोज में पाया कि कैसे शनि ग्रह के पर्यावरण से पानी के आयन निकल जाते हैं। उन्होंने एक ऐसे बिंदु का पता लगाया है जहां से यह आयन ग्रह के वातावरण से गायब हो जाते हैं।
तीन दिवसीय लंदन दौरा समाप्त कर तुर्की रवाना हुए पीएम मोदी

तीन दिवसीय लंदन दौरा समाप्त कर तुर्की रवाना हुए पीएम मोदी

अपनी तीन दिवसीय ब्रिटेन यात्रा संपन्न कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को तुर्की के लिए रवाना हो गए। प्रधानमंत्री तुर्की में आयोजित जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे।
नासा के एपिक कैमरे से पृथ्वी की अनूठी तस्वीर

नासा के एपिक कैमरे से पृथ्वी की अनूठी तस्वीर

नासा ने पहली बार 16 लाख किलोमीटर की दूरी से सूर्य के प्रकाश से सराबोर पृथ्वी की पहली अनूठी तस्वीर को कैद किया है। इसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति ने ट्वीट करके पृथ्वी को बचाने की जरूरत पर बल दिया।
बुध ग्रह से टकराया नासा का अंतरिक्ष यान

बुध ग्रह से टकराया नासा का अंतरिक्ष यान

नासा का अंतरिक्ष यान मैसेंजर बुध ग्रह की सतह पर क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण इसके ऐतिहासिक 11 वर्षीय अभियान का अंत हो गया। इस अभियान ने ग्रह के बारे में महत्वपूर्ण आंकड़े और इसकी हजारों तस्वीरें उपलब्ध करवाई थीं।
क्‍यों संभव नहीं है भूकंप की भविष्‍यवाणी

क्‍यों संभव नहीं है भूकंप की भविष्‍यवाणी

भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि जिन आंतरिक प्रक्रियाओं से पृथ्‍वी का निर्माण हुआ है, वहीं भूकंप का कारण हैं। भूकंप सदियों से आ रहे हैं और आगे भी आते रहेंगे। इसकी भविष्‍यवाणी संभव नहीं है। हमें भूकंप के साथ जीना सीखना होगा।
मंगल पर जल की मौजूदगी के आसार

मंगल पर जल की मौजूदगी के आसार

नासा के क्यूरोसिटी रोवर से मिले नए आंकड़ों के अनुसार मंगल की सतह के पास जल द्रवित अवस्था में मौजूद हो सकता है। इससे लाल ग्रह पर जीवन की उम्मीदें बढ़ गई हैं।
तो सिर्फ 39 दिनों में पहुंचेंगे मंगल पर

तो सिर्फ 39 दिनों में पहुंचेंगे मंगल पर

एक अमेरिकी कंपनी ऐसा युगांतरकारी इंजन बना रही है जिससे मानव केवल 39 दिनों में मंगल पर पहुंच सकता है। नासा ने इसके लिए कंपनी को एक करोड़ डॉलर का अनुदान दिया है।
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