भारत ने अपना रूख और कड़ा करते हुए कश्मीर पर बातचीत के पाकिस्तान के ताजा न्यौते को वस्तुत: खारिज कर दिया। भारत ने पाक को स्पष्ट रुप से कहा कि वह सीमापार आतंकवाद पर चर्चा का इच्छुक है जो उसकी मुख्य चिंता है।
दलितों पर हाल में हुए कुछ हमलों को लेकर कांग्रेस पार्टी ने भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर करारा हमला बोला है। कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने रविवार को राष्ट्रपति से मुलाकात कर इस मामले मं दखल देने का अनुराध किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी के पास बलूचिस्तान के लोगों के बारे में सोचने के लिए तो वक्त है, लेकिन वह अपने गृह राज्य गुजरात में अत्याचार के शिकार हुए दलितों से मुलाकात का समय नहीं निकाल पाते।
भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की वार्ता के बारे में भारत ने बुधवार को कहा कि गेंद अब पाकिस्तान के पाले में है। भारत ने जोर देकर कहा कि इस्लामाबाद को ही सीमापार से जारी आतंकवाद, जम्मू कश्मीर के हिस्से पर अवैध कब्जे और आतंकी शिविरों को बंद करने पर निर्णय लेना है।
भारत ने कश्मीर पर विदेश सचिव स्तरीय वार्ता के पाकिस्तान के प्रस्ताव को ठुकरा दिया है और जोर देकर कहा कि वह सीमा पार के आतंकवाद से संबंधित पहलुओं पर चर्चा करना चाहेगा जो जम्मू कश्मीर में मौजूदा स्थिति की वजह हैं।