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Search Result : "पंजाब की दादी"

पंजाब की आवाज कितनी ऊंची

पंजाब की आवाज कितनी ऊंची

विवादास्पद नेता, खिलाड़ी, टी.वी. चैनलों में शायरी और चुटकुलों के गेस्ट आर्टिस्ट नवजोत सिंह सिद्धू के नेतृत्व में 'आवाज ए पंजाब’ नाम से नया मोर्चा बन रहा है। लोकतंत्र में क्षेत्रीय हितों के लिए राजनीतिक दल बनते-विलय होते रहे हैं। यह राष्ट्रीय राजनीतिक दलों की कमजोरियों का ही प्रमाण है।
पाकिस्तान का अरुंधति प्रेम

पाकिस्तान का अरुंधति प्रेम

नक्सली और कश्मीर जैसे मुद्दों पर लगातार सरकार के विरोध का रुख रखने वालीं एक्टिविस्ट अरुंधति रॉय को स्वाभाविक रूप से दुनिया के उस हिस्से से समर्थन मिला है जिस हिस्से में भारत ‌का विरोध ही धर्म है। पाकिस्तान की एक राज्य असेंबली ने कश्मीर विवाद को हवा देने की एक और कोशिश के तहत रॉय को कश्मीर मुद्दे पर बातचीत का न्योता दिया है।
आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, अगले सप्‍ताह होगी घोषणा

आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे नवजोत सिंह सिद्धू, अगले सप्‍ताह होगी घोषणा

क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब को एक नया राजनैतिक दल अगले सप्‍ताह देने जा रहे हैं। भाजपा से मुंह मोड़ने के बाद आप में शामिल होने की अटकलों के बीच सबकी नजरेंं तेज तर्रार नवजोत सिंह सिद्धू पर थी। और उन्‍होंने अपने फैसलों से हर बार की तरह बस बार भी चौंका दिया है। नवजोत पंजाब में नए राजनीतिक मोर्चे आवाज-ए-पंजाब का नेतृत्‍व करेंगे। पंजाब में अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।
पंजाबः ‘आप’ में टिकट बेचने के आरोपों को लेकर घमासान

पंजाबः ‘आप’ में टिकट बेचने के आरोपों को लेकर घमासान

आम आदमी पार्टी पंजाब में टिकट बंटवारे और उसके बाद पंजाब के पार्टी संय़ोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को पद से हटाने के बाद पार्टी दो फाड़ नजर आ रही है। पार्टी में पंजाब बनाम दिल्ली का राग अलापा जा रहा है। एक ओर पार्टी कार्यकर्ता बोल रहे हैं कि दिल्ली से आए संजय सिंह और दुर्गेश पाठक का पंजाब के मामलात में दखल कम किया जाए और पार्टी से जुड़े पंजाब के लोगों को ज्यादा से ज्यादा अधिकार दिए जाएं।
सरकारी महकमा और भ्रष्‍टाचार, दोषियों को हर हाल में मिले सजा

सरकारी महकमा और भ्रष्‍टाचार, दोषियों को हर हाल में मिले सजा

देश के सरकारी विभागों में भ्रष्‍टाचार एक आम बात है। कई बार सरकारी अधिकारियों के खिलाफ अवैध संपत्ति का मामला सार्वजनिक किया गया है। इसी क्रम में गत दिनों पंजाब में भी सीबीआई ने सरकारी अधिकारियों के भ्रष्‍टाचार को उजागर किया। यहां पिछले कुछ सालों में 800 सरकारी अधिकारी भ्रष्‍टाचार में संलिप्‍त पाए गए हैं।
पांच राज्यों के चुनाव के लिए हेलीकॉप्टरों की भारी मांग

पांच राज्यों के चुनाव के लिए हेलीकॉप्टरों की भारी मांग

अगले वर्ष जनवरी से लेकर मई तक देश में पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के चुनाव होने वाले हैं। इसके लिए विभिन्न पार्टियों ने हेलीकॉप्टरों की बुकिंग शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि पिछले चुनावों की तरह इस बार भी सबसे अधिक हेलीकॉप्टर भारतीय जनता पार्टी ही बुक कराएगी क्योंकि सबसे अधिक स्टार प्रचारक भी उसके पास ही हैं।
पंजाबः छोटेपुर को पार्टी से निकाला जाना तय

पंजाबः छोटेपुर को पार्टी से निकाला जाना तय

आम आदमी पार्टी के पंजाब के संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को पार्टी से निकाला जाना तय हो गया है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के सर्वोच्च नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से छोटेपुर ने मिलने का समय मांगा था जिसमें वे अपनी सफाई देना चाहते थे लेकिन केजरीवाल ने मिलने से इनकार कर दिया।
‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी’

‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी’

अपने दादा-दादी का नाम लेकर मैदान में उतरने वाली साक्षी मलिक का पैतृक गांव मोखरा जश्न में डूबा है। शहर के सेक्टर-3 स्थित मकान नंबर 45 में माहौल ऐसा, मानो कि मेला लगा हो। आधी रात से शुरू पटाखों का धूम-धड़ाका अभी तक थम नहीं रहा, वहीं बैंड-बाजे, हरियाणवी गीतों पर नाच-गाना भी जमकर हो रहा है। पिता सुखबीर मलिक और मां सुदेश मलिक तो खुशी के मारे ‘बावले’ से घूम रहे हैं। आंखों में खुशी के आंसू लिए कहते हैं, ‘बेटी ने छाती चौड़ी कर दी, बता दिया बेटियां किसी से कम नहीं।’
पंजाब में आप पर लगा आरोप, टिकट के लिए‍ मांगे जा रहे ढाई करोड़

पंजाब में आप पर लगा आरोप, टिकट के लिए‍ मांगे जा रहे ढाई करोड़

आम आदमी पार्टी (आप) की नेशनल काउंसिल के सदस्य पवित्तर सिंह व महिला विंग पंजाब की संयुक्त सचिव लखविंदर कौर ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर टिकट के लिए 50 लाख से ढाई करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। इन दोनों ने चंडीगढ़ प्रेस क्लब में पार्टी के पंजाब प्रभारी संजय सिंह व दुर्गेश पाठक पर आरोप लगाया।
सत्ता की राजनीति का जहर

सत्ता की राजनीति का जहर

पंजाब में मादक पदार्थों के अवैध धंधे का सत्ता की राजनीति पर गहरा असर है। यह दोष केवल वर्तमान सत्तारूढ़ दल और सरकार का नहीं है। लगभग तीन दशकों के दौरान जहर की तस्करी और उससे होने वाली अवैध कमाई ने संपूर्ण व्यवस्‍था को तबाह किया। पंजाब-हरियाणा में अन्य राज्यों की तरह शराब के ठेकों से सरकारी खजाने में बड़ी आमदनी होती है। खजाना भरने के लिए ठेके और शराब की खपत बढ़ती गई। हरियाणा की स्‍थापना के बाद पहले तो पर्यटन स्‍थलों पर सरकार ने ही पब और राजमार्गों पर शराब के ठेकों को बढ़ावा दिया। फिर अति उत्साही आदर्शवादी कहलाने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेश में शराबबंदी लागू की। लेकिन जल्द ही अवैध धंधे, जहरीली शराब से लोगों के मरने की नौबत आने पर सरकार ने फैसला बदल दिया।