अलगाववादियों ने एक महत्वपूर्ण कदम के तहत कश्मीरी पंडितों से घाटी में उनकी वापसी पर चर्चा करने का फैसला किया है। आतंकवाद के चलते 26 साल से भी ज्यादा पहले घाटी छोड़ने को विवश हुए समुदाय को वापस लाने का अलगाववादियों का यह पहला गंभीर प्रयास है।
सैनिक कॉलोनियों और कश्मीरी पंडित बस्तियों के खिलाफ अलगाववादियों के गुरुवार को बंद के आह्वान से पहले घाटी के कई नेताओं को बुधवार को हिरासत में लिया गया या नजरबंद कर दिया गया।
जाने-माने ज्योतिषी पंडित अजय भांबी ने नरेंद्र मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के समय की कुंडली के आधार पर भविष्यवाणी की है कि प्रधानमंत्री का बेहतर समय अभी जारी रहेगा और अगले वर्ष में मोदी भारतीय राजनीतिक के क्षितिज पर और चमकते हुए दिखेंगे।
पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली, शास्त्रीय गायक पंडित विश्वनाथ और पंडित जसराज ने अन्य कलाकारों के साथ बनारस के प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर में आयोजित संगीत उत्सव में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मंदिर में सुबह तक संगीत गूंजता रहा।
जानेमाने सितारवादक पंडित रवि शंकर के 96वें जन्मदिन पर उनके सम्मान में सर्च इंजन गूगल ने डूडल बनाया है। उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल के केंद्र में सितार है।
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में आज एक पूर्व पुलिसकर्मी सहित हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए। यह पूर्व पुलिसकर्मी पीडीपी के एक मंत्री की सुरक्षा में तैनात रह चुका है और पिछले साल दो एके 47 राइफल लेकर फरार हो गया था। सेना इसे बड़ी कामयाबी बता रही है।
जम्मू-कश्मीर में भाजपा के सहयोग से सरकार गठन को लेकर पीडीपी के दावे के मद्देनजर शिवसेना ने आज यह सवाल उठाया कि क्या अब मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार महबूबा मुफ्ती आतंकी हमलों में अपनी जान गंवाने वाले कश्मीरी पंडितों के सम्मान में भारत माता की जय बोलेंगी?
दिल को छू लेने वाली कश्मीरियत की मिसाल कायम करते हुए दक्षिण कश्मीर में कुलगाम जिले के एक गांव के मुसलमानों ने एक कश्मीरी पंडित का अंतिम संस्कार किया। यह कश्मीरी पंडित आतंकवादियों के खतरे के कारण घाटी छोड़ने की बजाए अपनी जड़ों से चिपका रहा। उसने घाटी छोड़ कहीं और बसने का प्रस्ताव ठुकरा दिया था जबकि उसके सभी परिजन घाटी से पलायन कर गए।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो फाइल सार्वजनिक की है कांग्रेस ने उसकी जमकर आलोचना की है। मीडिया रिपोर्ट में इस बात का खुुलासा हुआ कि पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री एटली को चिट्ठी लिखी थी जो कि जिसमें नेताजी को युद्घ अपराधी लिखा गया था। जिसका कांग्रेस ने विरोध किया।