जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकवादी हमले की एक स्वर में निंदा की और इसे बेहद शमर्नाक कृत्य बताया। वहीं, इसी बीच सिंगर अभिजीत ने हमले को लेकर अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है।
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र में भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने पर केंद्र सरकार और प्रदेश में योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इन तीन सालों में गरीब और गरीब हो गए जबकि अमीर और धनवान हो गए हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिर्फ बड़ी बड़ी बातें की, लेकिन काम कुछ नहीं किया।
नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ के जवानों पर हमला किया। जिसमें 25 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के 74 वीं बटालियन के करीब 90 जवान सोमवार सुबह बुरकापाल में निर्माणाधीन सड़क की सुरक्षा के लिए गए थे। बुरकापाल में सड़क का काम लंबे अरसे से बंद था, लेकिन सीआरपीएफ की सिक्युरिटी में इसका काम फिर शुरू हुआ। सड़क बनाने का काम प्राइवेट ठेकेदार कर रहे है। ठेकेदार नक्सली हिंसा के भय के चलते जवानों की सुरक्षा में ही काम करते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की आलोचना करने वाले समाचार पत्रों एवं चैनलों पर हमला तेज करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मीडिया अमेरिकी लोगों का दुश्मन है।
सलामी बल्लेबाज समित गोहेल के नाबाद 359 रन की रिकार्ड पारी के कारण नीरस ड्रा के बावजूद क्रिकेट प्रेमियों के लिये दिलचस्पी का केंद्र बने रणजी ट्राफी क्वार्टर फाइनल मैच में मंगलवार को जयपुर में गुजरात ने ओडि़शा पर पहली पारी में बढ़त के आधार पर सेमीफाइनल में जगह बनायी। गुजरात सेमीफाइनल में झारखंड से भिड़ेगा जबकि एक अन्य सेमीफाइनल मुंबई और तमिलनाडु के बीच खेला जाएगा।
आमतौर पर ऐसा माना जाता है कि मरीज को बचाने के लिए नया खून चढ़ाना बेहतर रहता है लेकिन एक नए अध्ययन में इस धारणा से विपरीत निष्कर्ष निकाले गए हैं। यह अध्ययन कहता है कि मरीजों को चढ़ाने के लिए नए खून का इस्तेमाल पुराने खून के इस्तेमाल की तुलना में मरीजों के बचने के मामलों की संख्या को बढ़ाता नहीं है। यह अध्ययन चार देशों के छह अस्पतालों में लगभग 31,500 मरीजों पर किया गया। इसमें दिखाया गया कि एकदम ताजा लिए गए खून को चढ़ाने से अस्पताल में मरने वाले मरीजों की संख्या में कमी नहीं आई।
सरकारी लापरवाही और लालफीताशाही लगातार समाज को घाव देती रहती है। मेला-त्योहार नहीं गली-मोहल्ले में पतंगबाजी के लिए उपयोग होने वाले मांझे से दिल्ली में दो मासूम बच्चों की जान चली गई। मजबूती के नाम पर अब घर-आंगन में तैयारी करने के बजाय बाजार में खतरनाक पटाखों की तरह जानलेवा चीनी मांझा उपलब्ध होने लगा है।