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Search Result : "पुस्तक लोकार्पण"

जानिए किस पुस्तक का हुआ पोस्टर लॉन्च

जानिए किस पुस्तक का हुआ पोस्टर लॉन्च

अमीश की पुस्तक का पोस्टर ही नहीं ट्रेलर भी लॉन्च होगा। वह संभवतः भारत के पहले ऐसे लेखक हैं, जिन्हें प्रकाशक ने पांच करोड़ रुपये अग्रिम भुगतान कर दिया था, जबकि उन्होंने पुस्तक के बारे में सोचना भी शुरू नहीं किया था
महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

महाराष्ट्र में 'किताब गांव' बनने की कहानी

सतारा जिले का एक गांव स्ट्रॉबेरी के लिए काफी लोकप्रिय है लेकिन अब यह गांव किताबों के कारण भी लोकप्रिय होने जा रहा है। दरअसल इस गांव को भारत का पहला किताबों का गांव वाला टैग मिलने वाला है।
यतीन्द्र मिश्र को मिलेगा ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान

यतीन्द्र मिश्र को मिलेगा ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान

भारत सरकार के फिल्म समारोह निदेशालय ने यतीन्द्र मिश्र को ‘स्वर्ण कमल’ सम्मान से नवाजने का निर्णय लिया है। हिंदी कवि, संपादक और संगीत अध्येता मिश्र को यह सम्‍मान देने की घोषणा बीते सात अप्रैल को की गई।
दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ डीपीटी की किताब ‘स्वयंसिद्ध’ का लोकार्पण

दिग्गजों की मौजूदगी में हुआ डीपीटी की किताब ‘स्वयंसिद्ध’ का लोकार्पण

नवें दशक से मराठा सरदार के नाम से चर्चित एवं वरिष्ठ राजनीतिक शरद पवार के जीवन पर आधारित उनकी जीवनी ‘स्वयंसिद्धः शरद पवार का जीवन और समय’ का लोकार्पण वरिष्ठ हिन्दी कवि केदारनाथ सिंह एवं पूर्व योजना आयोग सदस्य डॉ. सैयदा हमीद द्वारा कल शाम दिल्ली के ग्रेटर कैलाश-1 में किया गया, जिसमें एनसीपी महासचिव एवं मुख्य प्रवक्ता देवी प्रसाद त्रिपाठी (जीवनी लेखक), पवार की पुत्री सुप्रिया सुले, साहित्यकार अशोक वाजपेयी, हर्षवर्धन नेवटिया, एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल, जया बच्चन, राजीव शुक्ला समेत प्रकाशन परिवार प्रमुख शिरकत रही|
समाज मानते नहीं पर रचते हैं ‘इश्क की दुकान बन्द है’  के लेखक

समाज मानते नहीं पर रचते हैं ‘इश्क की दुकान बन्द है’ के लेखक

युवा लेखक नरेन्द्र सैनी की पहली पुस्तक ‘इश्क की दुकान बन्द है’ के लोकार्पण के बाद कहा कि इसमें हमारे समाज के मौजूदा यथार्थ को चित्रित किया गया है। संग्रह की कहानियों में पुरुष पात्र ज्यादा भावुक हैं। एक लेखक के रूप में मेरी कोशिश रही है कि कैरक्टर मुझे साथ लेकर चले, मैं कैरक्टर को साथ लेकर नहीं चलता हूँ।
नीतीश को सात निश्चय पर आधारित कलाकृति भेंट की गयी

नीतीश को सात निश्चय पर आधारित कलाकृति भेंट की गयी

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काो लोक कलाकारों ने आज उनकी सात निश्चय योजनाओं पर आधारित एक कलाकृति भेंट की, जिसे 23वें पटना पुस्तक मेले के दौरान मेड इन इंडिया कलाग्राम में आये लोक कला के 40 पारंगत कलाकारों तथा निफ्ट पटना के 120 छात्र-छात्राओं ने मिलकर बनाई है। इस कलाकृति में 13 राज्यों से आये कलाकारों ने 19 लोक कला शैलियों का प्रदर्शन किया है।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

कोई बदलावों से अप्रभावित नहीं रह सकता : गुलजार

बॉलीवुड को कई हिट गाने देने वाले दिग्गज कवि-गीतकार गुलजार ने आज कहा कि कोई भी व्यक्ति अपने देश में घटित होने वाली घटनाओं से अछूता नहीं रह सकता है और लोगों को अपने आसपास के परिवर्तन के बारे में सोचने और महसूस करने की जरूरत है। गुलजार ने यह बात जयपुर में अपनी नयी पुस्तक सस्पेक्टेड पोएम्स के विमोचन के अवसर पर कही।
बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

बल्देव भाई ने लिखा है समकालीन इतिहास : दत्तात्रेय

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष बल्देव भाई शर्मा की दो पुस्तकों ‘मेरे समय का भारत’ और ‘आध्यात्मिक चेतना और सुगंधित जीवन’ का विमोचन आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले ने किया।
प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

प्रकाशकों के लिए फायदे का सौदा रहा इस बार का विश्व पुस्तक मेला

विश्व पुस्तक मेले का आज आखिरी दिन रहा और इसमें भाग लेने वाले प्रकाशकों ने पिछले सालों की तुलना में किताबों की बिक्री से अच्छा लाभ हासिल किया है और इस तरह से नौ दिनी यह आयोजन कई प्रकाशकों के लिए अच्छा रहा।
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