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Search Result : "प्रवासी हिंदी साहित्य"

समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

'तुलसीदास रामचरित मानस में सामाजिक संबंधों में श्रेष्ठता की परिकल्पना के साथ राज्य के रूप में रामराज्य, परिवार के लिए आदर्श पुत्र, भाई, पति आदि सभी के रूप में एक उच्चतम आदर्श की कल्पंना करते हैं।' साहित्य अकादेमी के तुलसीदास : एक पुन:पाठ राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता करते हुए संगीत नाटक अकादेमी के अध्यक्ष, शेखर सेन ने तुलसीदास को संसार का सर्वश्रेष्ठ कवि बताया। कहा कि वे अपने अराजक समय में समाज के लिए समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
ट्रंप के आदेश से न्यूयार्क हवाईअड्डे पर अफरातफरी, अदालत से मिली राहत

ट्रंप के आदेश से न्यूयार्क हवाईअड्डे पर अफरातफरी, अदालत से मिली राहत

प्रवासियों और शरणार्थियों के अमेरिका में प्रवेश पर अस्थायी रूप से प्रतिबंध लगाये जाने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आदेश के बाद अमेरिका में आने पर हिरासत में लिए गए लोगों के परिवारों के सदस्य न्यूयॉर्क शहर के कैनेडी हवाईअड्डे पर परेशान और हताश नजर आ रहे थे। हालांकि इस बीच एक फेडरल कोर्ट ने ट्रंप के प्रवासी नीति पर आंशिक रोक लगा दी है जिससे स्थिति में कुछ सुधार हो सकता है।
‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी और चिकित्सक डा. प्रदीप शुक्ल को उन‌की कुतियों क्रमशः बेलगाम घोड़ा और गुल्लू का गांव के लिए वर्ष 2016 के हरिकृष्ण देवसरे बाल-साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। न्यास ने देवसरे बाल-साहित्य समाचार-पत्र निकालने की घोषणा भी की।
‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

जयपुर साहित्य महोत्सव में बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के बोलने का विरोध होने के बाद आयोजकों ने कहा कि उन्हें पुन: आमंत्रित नहीं करने के प्रदर्शनकारियों के अनुरोध पर विचार होगा। जब कि मेहरूनिसा के मुताबिक उन्हें व रुश्दी को मंच नहीं दिया जाएगा।
प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

प्रगति मैदान में मिलेंगे अगले साल, अब गुवाहाटी की तैयारी

पुस्तक प्रेमियों की भीड़ भरी यादों के साथ प्रगति मैदान का नई दिल्ली पुस्तक मेला, ‘मिलेंगे फिर अगले साल जनवरी में’ संदेश के साथ संपन्‍न हुआ। राष्ट्रीय पुस्तक न्यास फिलहाल इसी माह की 28 तारीख से शुरू होने वाले तीन दिवसीय ब्रह्मपुत्र साहित्य उत्सव, गुवाहाटी की तैयारी में लग गया है।
हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं : पीएम मोदी

प्रवासी भारतीय सम्‍मेलन में‍ हिस्‍सा लेने बेंगलुरु पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने संबोधन में कहा कि विदेशों में भारतीयों की सुरक्षा हमारी टॉप प्रायोरिटी है। हम पासपोर्ट का रंग नहीं खून का रिश्‍ता देखते हैं।
प्रवासी भारतीय 30 जून 2017 तक बदल सकते हैं नोट

प्रवासी भारतीय 30 जून 2017 तक बदल सकते हैं नोट

आरबीआई ने चलन से बाहर किए गए उच्च मूल्य के पुराने नोट बदलने के वास्ते प्रवासी भारतीयों सहित उन लोगों के लिए कुछ अन्‍य शर्तें जारी की जो 30 दिसंबर तक ऐसा करने में असफल रहे थे।
वाराणसी में बनेगा प्रवासी भोजपुरी धाम व स्मार्ट विलेज

वाराणसी में बनेगा प्रवासी भोजपुरी धाम व स्मार्ट विलेज

भारत में मारिशस के उच्चायुक्त जगदीश गोवर्धन ने वाराणसी में भोजपुरी को विश्व में बोली जाने वाली सबसे प्राचीन भाषा करार देते हुए इसके सम्मान की रक्षा करना भोजपुरी क्षेत्रवासियों का कर्तव्य बताया और कहा यहां प्रवासी भोजपुरी धाम और स्मार्ट विलेज बनेगा।
हिन्दुस्तानी से हिंग्लिश की ओर बढ़ते हुये बीता हिन्दी का 21वीं सदी का 16वां साल

हिन्दुस्तानी से हिंग्लिश की ओर बढ़ते हुये बीता हिन्दी का 21वीं सदी का 16वां साल

21वीं सदी के 16वें साल में हिन्दी अपने मिजाज के मुताबिक व्याकरण की जकड़बंदी से निकलकर उर्दू मिश्रित हिन्दुस्तानी से होते हुये अंग्रेजीनुमा हिंग्लिश की ओर बढ़ती रही। बोलचाल अथवा संप्रेषण के स्वनियम पर आधारित हिन्दी में इस साल जहां एक ओर अन्य भाषाओं और ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न इलाकों से आने वाले शब्दों को जगह मिली, वहीं दूसरी ओर फेसबुक-ट्विटर और कंप्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल से हैश-टैग और एट दि रेट आॅफ जैसे निशान भी हिन्दी में शामिल होते गये।
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