भगवान कृष्ण पर आपत्तिजनक ट्वीट कर लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में जाने-माने अधिवक्ता प्रशांत भूषण के खिलाफ नया मामला दर्ज कराया गया है।
एक सर्वे में दावा किया गया है कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में रिश्वत के मामले में भारत शीर्ष पर है जहां दो तिहाई भारतीयों को सार्वजनिक सेवाएं लेने के लिए किसी न किसी रूप में रिश्वत देनी पड़ती है।
कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को 2018 में होने वाले राजस्थान, मध्यपद्रेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों की भी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव के बाद उनको यह जिम्मेदारी दे दी जाएगी। उनकी इन चुनाव की रणनीति को काफी कारगर माना जा रहा है। शुरुआती जो संकेत मिल रहे हैं, उसमें यही है कि फिलहाल प्रशांत किशोर की उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड की रणनीति कामयाब रही है।
उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार से कहा है कि निजी टीवी चैनलों और रेडियो स्टेशनों के खिलाफ शिकायतों का निपटारा करने के लिए कानूनी तंत्र स्थापित किया जाए और इन उपायों का पर्याप्त प्रचार किया जाए ताकि लोग अपनी चिंताओं के साथ इसके सामने गुहार लगाएं।
उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवाएं लिए जाने पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी हालत खस्ता होने का अहसास हो गया है और इसीलिये वह अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहारा-बिड़ला डायरी मामले में बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में जांच की मांग करने वाली प्रशांत भूषण की याचिका खारिज कर दी है। भूषण ने अपनी संस्था सीपीआईएल की तरफ से यह याचिका दायर की थी मगर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य के खिलाफ जांच कराने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं।
प्रशांत किशोर भले ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए अपने दम पर कोई चमत्कार दिखाने में नाकाम साबित हो रहे हों मगर उत्तराखंड में कांग्रेस का उनपर भरोसा कायम है। राज्य के कांग्रेसी मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस की तुलना बुजुर्ग व्यक्ति जबकि प्रशांत किशोर को च्यवनप्राश बताया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भले ही अपने पुराने साथियों प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा हो और भूषण एवं यादव कई मसलों पर केजरीवाल को खरी-खोटी सुनाते रहे हों मगर एक मुद्दे पर प्रशांत भूषण ने केजरीवाल का समर्थन किया है।