जनता दल (यूनाइटेड) के उपाध्यक्ष और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को औपचारिक तौर पर और स्पष्ट रूप से खारिज करने के लिए कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व को धन्यवाद दिया है। उन्होंने दोबारा आश्वासन दिया है कि सीएए और एनआरसी बिहार में लागू नहीं होगा। हालांकि जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वी. एन. सिंह ने कहा है कि सीएए और एनआरसी बिहार में लागू न किए जाने की प्रशांत किशोर की टिप्पणी कोई मायने नहीं रखती है।
राहुल, प्रियंका विशेष धन्यवाद के पात्र
किशोर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया कि सीएए और एनआरसी को स्पष्ट रूप से खारिज करने के लिए कांग्रेस नेतृत्व को धन्यवाद देने के लिए वह सभी लोगों के स्वर में वह भी शामिल हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपने अथक प्रयासों के लिए विशेष तौर पर धन्यवाद के पात्र हैं। वह बिहार के लोगों को आश्वासन देना चाहते हैं कि सीएए और एनआरसी लागू नहीं होगा।
सीडब्ल्यूसी की बैठक के बाद बयान
सत्ताधारी राजग के घटक दल जदयू के द्वारा सीएए को समर्थन दिए जाने के बावजूद प्रशांत किशोर सबसे मुखर आलोचक बनकर उभरे हैं। वह लगातार इस मुद्दे पर अपनी आवाज उठा रहे हैं। प्रशांत किशोर का यह बयान कांग्रेस कार्यकारी समिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा इस संबंध में मांग किए जाने के एक दिन बाद आया है। सीडब्ल्यूसी ने मांग की है कि सीएए तुरंत वापस लिया जाना चाहिए और नेशनल पॉपूलेशन रजिस्टर की प्रक्रिया बंद की जानी चाहिए।
सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस ने भाजपा पर विभाजनकारी एजेंडा आगे बढ़ाने का आरोप लगाया। शनिवार को हुई इस बैठक में पार्टी के शीर्ष नेताओं ने हिस्सा लिया लेकिन राहुल गांधी नहीं आए थे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें अपनी विधानसभाओं में सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित करवाएंगी।
बिहार में लागू न होने की टिप्पणी पर आपत्तियां
किशोर के ट्वीट के बाद जदयू के बिहार प्रमुख ने ट्वीट करके कहा कि इस तरह के बयानों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। सीएए से किसी को नुकसान नहीं है। भाजपा के नेता नंद किशोर ने भी किशोर पर निशाना साधा कि उन्होंने बिहार में सीएए और एनआरसी लागू न होने के बारे में किस हैसियत से टिप्पणी की।