मध्य प्रदेश के खंडवा में एक बंगाली परिवार में जन्म लेकर सपनों के शहर मुम्बई तक 'आभास कुमार गांगुली से 'किशोर कुमार' बनने तक का सफर तय करने वाले सदाबहार किशोर कुमार का आज 88वां जन्मदिन है।
वैज्ञानिकों के अनुसार किशोर एथलीट्स के लिए स्पोर्ट्स ड्रिंक्स की अपेक्षा पानी पीना ज्यादा बेहतर है क्योंकि ऊर्जा वाले पेय पदार्थ ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) बढ़ा सकते हैं। कई लोग खेलों के साथ स्पोर्ट्स ड्रिंक्स को जोड़ते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि वह पेशेवर खिलाडि़यों को भी ऐसा करते देखते हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव सी के मिश्रा ने आज यहां राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरकेएसके) के एक हिस्से के रुप में किशोर वय के लड़कियों एवं लड़कों के लिए ‘साथिया’ रिसोर्स किट एवं ‘ साथिया सलाह ’ मोबाइल ऐप लांच किया।
कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को 2018 में होने वाले राजस्थान, मध्यपद्रेश और छत्तीसगढ़ के चुनावों की भी जिम्मेदारी देने की तैयारी है। सूत्रों के मुताबिक, पांच राज्यों के चुनाव के बाद उनको यह जिम्मेदारी दे दी जाएगी। उनकी इन चुनाव की रणनीति को काफी कारगर माना जा रहा है। शुरुआती जो संकेत मिल रहे हैं, उसमें यही है कि फिलहाल प्रशांत किशोर की उत्तर प्रदेश, पंजाब और उत्तराखंड की रणनीति कामयाब रही है।
उत्तराखंड में 15 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सेवाएं लिए जाने पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा ने कहा है कि कांग्रेस को अपनी हालत खस्ता होने का अहसास हो गया है और इसीलिये वह अपने स्थानीय नेताओं पर भरोसा नहीं कर रही है।
प्रशांत किशोर भले ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए अपने दम पर कोई चमत्कार दिखाने में नाकाम साबित हो रहे हों मगर उत्तराखंड में कांग्रेस का उनपर भरोसा कायम है। राज्य के कांग्रेसी मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कांग्रेस की तुलना बुजुर्ग व्यक्ति जबकि प्रशांत किशोर को च्यवनप्राश बताया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के लोकसभा क्षेत्र रायबरेली के एक बड़े नेता ने राज्य में पार्टी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर यानी पीके के ऊपर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि पीके राज्य में कांग्रेस का जनाजा निकाल देंगे।
उत्तर प्रदेश के चुनाव में कांग्रेस के खेवनहार बनाकर लाए गए चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर से पार्टी ने पल्ला झाड़ लिया है। इसका संकेत तब मिला जब पार्टी ने राज्य में दलितों को साथ जोड़ने के लिए शुरू किए जा रहे अभियान ‘शिक्षा, सुरक्षा, स्वाभिमान’ से पीके और उनकी टीम को पूरी तरह बाहर कर दिया।