प्रो कबड्डी टूर्नामेंट ने 28 जुलाई से हैदराबाद में शुरू हो रहे सीजन-5 के लिए अपने कुल पुरस्कार राशि में जबरदस्त बढ़ोतरी कर दी है। इस सीजन के लिए कुल इनामी राशि 8 करोड़ रुपये कर दी गई है।
साहित्योत्सव के चौथेदिन ‘आमने-सामने’ कार्यक्रम में साहित्य अकादेमी पुरस्कार विजेता हिंदी लेखिका नासिरा शर्मा ने कहा, विभाजन की हिंसा से जहां लोग सीधे प्रभावित हुए, वहीं वतनपरस्त मुसलमानों को मानसिक प्रताड़ना ज्यादा झेलनी पड़ी। वे अशोक तिवारी के सवालों के जवाब दे रही थीं।
पहले मैच में बजरंग पूनिया के ब्लॉक होने के बाद जयपुर निंजास के हाथों पराजित होने वाली कलर्स दिल्ली सुल्तांस की टीम अपने दूसरे मैच के लिए तैयार है। इस बार उसके सामने होगी एनसीआर पंजाब की टीम, जो अपना पहला मैच जयपुर से हारने के बाद दूसरे मैच में मुम्बई को हरा चुकी है।
नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटैट सेंटर के गुलमोहर हॉल में सद्भावना सेवा संस्थान एवं इंटरफेथ फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में एकदिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 9 दिसंबर, गुरुवार को किया जा रहा है। विषय है- ‘सामाजिक-धार्मिक परिदृश्य - सामाजिक परिवर्तन और जिम्मेदारियां।’
उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ एजुकेशन एक्सीलेंस (सीईई) दिल्ली में शिक्षा सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है। रोहिणी स्थित होटल क्राउन प्लाजा में 3 सितम्बर 2016 को "इण्डियन फिलोस्फिकल फाउंडेशन फॉर मॉडर्न एजुकेशन" पर ‘‘क्वालिटी ऑफ़ एजुकेशन’’ पर केन्द्रित सेमिनार आयोजित किया जाएगा। यहां ईसीओएनएस के सहयोग से शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कार भी दिए जाएंगे।
पेशेवर बॉक्सर विजेंदर सिंह डब्ल्यूबीओ एशिया पैसेफिक सुपर मिडिलवेट चैम्पियन बन गए हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के कैरी होप पर (98-92, 98-92, 100-90) के स्कोर से जीत हासिल की। प्रो-बॉक्सिंग में विजेंदर की ये लगातार 7वीं जीत है। इससे पहले हुए सभी छह मुकाबलों में विजेंदर ने अपने प्रतिद्वंद्वियों को नॉकआउट किया था। लेकिन कैरी होप के खिलाफ इस बार वो ऐसा नहीं कर सके।
रमजान के पाक महीने में हाईटेक युवा पीढ़ी के रोजेदारों के लिए मोबाइल टेक्नोलॉजी वरदान साबित हो रही है। मोबाइल एप्लीकेशंस ने उर्दू और अरबी पठन-पाठन के धुंधलाते माहौल की वजह से दीन की बारीकियों से लगभग महरूम हो चुकी नई पीढ़ी को रमजान के फायदों से रूबरू कराने का अच्छा जरिया मुहैया कराया है।