मैच का आकर्षण एक बार फिर दिल्ली की कप्तान साक्षी मलिक रहेंगी, जिन्होंने अपने पहले मुक़ाबले में कमबैक गर्ल पूजा ढांडा को बड़े अंतर से हराया। इस बार उनका मुक़ाबला मंजू कुमारी से होगा। रोचक बात ये है कि इस मैच के शुरुआत में साक्षी के मंगेतर सत्यव्रत जिस टेक्नीक में फंसते हुए अपना मैच गंवा बैठे, साक्षी ने इसी तकनीक के बल पर अपनी प्रतिद्वंदी को करारी मात दी। बजरंग के सामने इस मुक़ाबले में लंदन ओलिम्पिक के स्वर्ण पदक विजेता और रियो के रजत पदक विजेता टोरगुल असगारोव हैं जबकि 57 किलो में उसके पास ओलिम्पिक और वर्ल्ड चैम्पियन व्लादीमिर हैं। महिलाओं में ओडुनायो और वैसिलिसा की मौजूदगी उसे और भी मज़बूत बनाती है। दिल्ली को मुक़ाबला जीतने के लिए न सिर्फ टॉस जीतनी होगी बल्कि 74 किलो में प्रवीण राणा और 97 किलो में सत्यव्रत को भी जीत दर्ज करनी होगी। प्रवीण का मुक़ाबला जितेंद्र से और सत्यव्रत का कृष्ण कुमार से है। साथ ही पहला मैच विनोद से हारने वाले डेविड लेशात्जे को भी 70 किलो में पंकज राणा को हराना होगा। हालांकि इन तीनों में से एक वजन ब्लॉक होगा। यह जीत खासकर दिल्ली के लिए एक टॉनिक का काम करेगी।
दिल्ली के को-ओनर अनुराग बत्रा और गौर गुप्ता का कहना है कि पहले मैच में एक उलटफेर ने दिल्ली के हाथ से जीत छीन ली। दूसरे मैच में हमारे खिलाड़ियों से उलटफेर की उम्मीद है। दोनों ने स्वीकार किया कि इस बार दो मुक़ाबलों में केवल भारतीयों के उतरने से रोमांच अपने पूरे शवाब पर होगा, वहीं पंजाब टीम के को-ओनर धर्मपाल का कहना है कि हमें यह मुक़ाबला जीतने में कोई संदेह नहीं है। देखना यह है कि हमारे पहलवान इसे कितने अंतर से जीतते हैं।