आगरा में भाजपा नेता की हत्या के बाद जमकर बवाल हुआ। गुस्साए लोगों ने एक आरोपी को पकड़ लिया और उसे पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया।
उत्तर प्रदेश में एक बार फिर भाजपा नेताओं की गुंडागर्दी सामने आई है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का है। यहां पुलिस स्टेशन में बंद आरोपी को भाजपा नेताओं द्वारा जबरदस्ती छुड़ाकर ले जाया गया।
उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता और हिंदूवादी संगठनों की गुंडागर्दी के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में बजरंग दल के लोगों पर दो युवकों की सरेआम पिटाई का आरोप है, जबकि दूसरा मामला भाजपा के सांसद से जुड़ा हुआ है। सासंद पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स के साथ मारपीट की है।
भारतीय कुश्ती जगत के लिए शनिवार का दिन शानदार रहा रहा। एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत के लिए बजरंग पुनिया ने गोल्ड मेडल जीत लिया। उन्होंने फ्रीस्टाइल के 65 किग्रा वर्ग में दक्षिण कोरिया के ली सुंग चुल को हराया।
इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के साथ छेड़छाड़ को लेकर उठा विवाद बढ़ता ही जा रहा है। दिल्ली विधान सभा के अंदर ईवीएम से हैकिंग का डेमो दिखा चुकी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता आज सड़क पर उतर आए। चुनाव आयोग के सामने पार्टी के दिल्ली के नए संयोजक बनाए गए गोपाल राय के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच, चुनाव आयोग ने 12 मई को राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक में सात राष्ट्रीय और 49 राज्य स्तरीय पार्टियों को बुलाया गया है।
हाल ही में नगर निगम चुनावों में मिली जबरदस्त जीत से उत्साहित भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि इस चुनाव परिणाम ने बहानेबाजी करने की राजनीति को खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि एमसीडी की जीत ने दिल्ली में भाजपा की सरकार बनाने की नींव रखने का काम किया है।
उत्तर प्रदेश के नए डीजीपी सुलखान ने प्रदेश में गुंडागर्दी नहीं होने देने की बात कही थी। लेकिन पहले ही दिन खुद यूपी पुलिस बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के नेताओं की गुंडागर्दी की शिकार हो गई।
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने अन्नाद्रमुक नेता टीटीवी दिनाकरन को अपनी पार्टी के लिए दो पत्तियों का चुनाव चिन्ह पाने की कोशिश के तहत चुनाव आयोग के अधिकारी को रिश्वत देने के मामले में सम्मन थमाया।
देश की 60 प्रतिशत आबादी के 35 वर्ष से कम होने को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव के अपने अभियान के केंद्र में युवाओं को रखा है और दलितों समेत समाज के कमजोर वर्ग को जोड़कर एक बार फिर 2014 के चुनावों की सफलता को दोहराने पर जोर दिया है।