पश्चिम बंगाल में पहले चरण के दूसरे दौर और असम चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के लिए आज बंपर वोटिंग के साथ मतदान संपन्न हुआ। असम के 61 विधानसभा क्षेत्रों में आज हुए मतदान में 82 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। जबकि पश्चिम बंगाल में 31 सीटों के लिए 79 प्रतिशत मतदाताओं ने अपना फैसला ईवीएम मशीनों में बंद कर दिया।
चुनाव के दौरान हिंसा और बाहुबल के खुलकर इस्तेमाल की अपनी पुरानी पहचान बंगाल ने एक बार फिर दिखा दी है। दूसरे चरण के मतदान के दौरान विधानसभा की सभी 31 विधानसभा इलाकों में हिंसा हुई है। कई जगह तो उम्मीदवारों को जमकर पीटा गया। चुनाव आयोग के पास लगभग दो हजार शिकायतें पहुंची हैं। मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं, लेकिन बूथ से कुछ मीटर दूर ही राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता एक-दूसरे को और वोटरों को धमकाते रहे।
पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनावों के पहले चरण में शांतिपूर्ण तरीके से भारी मतदान हुआ और दोनों राज्यों में क्रमश: 80 और 70 प्रतिशत लोगों ने मतदान किया।
नरेंद्र मोदी चुनावी चुनौतियों को विजय यात्रा के रूप में मानते रहे हैं। उनके आत्मविश्वास और दिन-रात अभियान चलाने की क्षमता का लोहा उनके सहयोगी ही नहीं विरोधी तक मानते हैं। वह 2014 से निरंतर चुनावी सभाओं को संबोधित करते रहे हैं। चुनावी अश्वमेघ यज्ञ के लिए घोड़ा तैयार कर वह अखिल भारतीय स्तर पर एक ही अभियान में एकछत्र राज का प्रयास भी करना चाहते हैं।
पश्चिम बंगाल जहां कुछ ही दिनों में चुनाव में मतदान के लिए तैयार है, वहीं राज्य की यौनकर्मियों ने पहले के चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा उनसे किए गए वादों को पूरा नहीं करने पर निराशा जताई है और कहा है कि इस बार वे ठोस उपाय चाहती हैं।
मतदाता प्रतिशत बढ़ाने के लिए और ईमानदार मतदान को प्रोत्साहित करने के लिए चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल में धुआंधार प्रचार कर रहा है। इस प्रचार अभियान के तहत आयोग का प्रमुख ध्यान महिला और युवा मतदाताओं पर है।
असम विधानसभा चुनाव इस बार उग्रवाद के प्रभाव से मुक्त रहने की संभावना है। भले ही चुनाव प्रचार के दौरान उग्रवादी संगठन उम्मीदवारों को डरा-धमकाकर कुछ वसूलने का प्रयास करें या किसी हिंसक वारदात को अंजाम दें, लेकिन कोई भी उग्रवादी संगठन इस चुनाव को प्रभावित करने की स्थिति में नहीं है।
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी में आगे चल रहे टेड क्रूज पर नागरिकता संबंधी मुद्दे को लेकर मामला दर्ज कराया गया है। मामले में टेड के अमेरिकी राष्ट्रपति संबंधी योग्यता पर सवाल उठाया गया है।
सउदी अरब में चुनाव में पहली बार महिलाएं मतदाता और प्रत्याशी के रूप में आज मतदान में हिस्सा ले रही हैं। यह लैंगिक आधार पर महिलाओं के साथ भेदभाव कम करने की दिशा में एक अहम कदम है।