मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ओबामा ने दोनों देशों के बीच बातचीत के तरीके में एक नई विधि जोड़ दी है जिसके कारण अब आपसी विवाद के विषयों पर बातचीत करने में भी कोई हिचक नहीं रही है।
गांधी नगर के महात्मा गांधी मंदिर के विशाल सभागार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अंग्रेजी में अपना लिखा हुआ भाषण शब्दशह पढ़ रहे थे हर कोई अचंभा में था।