बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने ‘भीम आर्मी’ पर बयान दिया है। सहारनुपर में हुई हिंसा के बाद चर्चा में आए ‘भीम आर्मी’ को बसपा के साथ जोड़कर देखे जाने का मायावती ने खंडन किया है।
अरुंधति रॉय को लेकर ट्विटर पर छिड़ी जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। अब भाजपा नेता शायना एनसी भी इस विवाद में कूद गई हैं। एनसी ने ट्वीट कर कहा है कि परेश रावल को पत्थरबाजी के मामले में एक महिला को नहीं घसीटना चाहिए।
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने सहारनपुर में एक फिर हिंसा भड़कने पर भाजपा और प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। रामगोपाल ने कहा कि सहारनपुर हिंसा भाजपा की राजनीति का दुष्परिणाम है।
दिल्ली एमसीडी की दो सीटों पर हुए उपचुनाव में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। मौजपुर में आम आदमी पार्टी की रेशमा जीतीं है तो पीपलथला में कांग्रेस के मुकेश गोयल ने विजय हासिल की है।
भाजपा ने नरेला से निगम चुनाव की अपनी उम्मीदवार सविता खत्री को कथित तौर पर दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री संदीप कुमार के प्रचार के आरोप के बाद पार्टी से निकाल दिया है। इससे पहले संदीप कुमार के प्रचार में शामिल होने से भाजपा ने इनकार किया था लेकिन वीडियो वायरल होने के चलते भाजपा को यह फैसला लेना पड़ा है।
दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी के पिछले 13 साल के कुशासन को दर्शाती एक बुकलेट आम आदमी पार्टी ने शनिवार को जारी की। इस बुकलेट में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा दिल्ली नगर निगम में किए गए हर-एक कारनामे मौजूद हैं। आम आदमी पार्टी इस बुकलेट के माध्यम से दिल्ली की जनता को बताएगी कि कैसे बीजेपी ने निगम के माध्यम से दिल्ली की जनता को लूटा है और दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य को ख़तरे में डाला है।
यूपी के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी गोरखपुर में समर्थकों और कार्यकर्ताओं को जोश में होश बनाए रखने की नसीहत दे रहे थे उसी समय उनकी पार्टी भाजपा के एक विधायक ने विवादित बयान दे डाला है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने आगामी 23 अप्रैल को होने जा रहे दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अपने 14 पूर्व घोषित प्रत्याशियों की जगह नए उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं। पार्टी की ओर से आज जारी नई सूची के मुताबिक 12 विधानसभा क्षेत्रों के 14 वार्ड में नए उम्मीदवार घोषित किए गए हैं।
उत्तर प्रदेश के भदोही में भाजपा और बसपा समर्थकों के बीच मंगलवार देर रात मारपीट के मामले में भाजपा प्रत्याशी समेत तीन लोगों पर दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया गया है।
लोकसभा चुनाव में हारने के बाद राज्यसभा के रास्ते सांसद बनने पर रोक लगाने संबंधित याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट ने सवालिया निशान उठाए हैं। न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी और विनोद गोयल की खंडपीठ ने याचिकाकर्ता से कहा कि कानून बनाना और उसमें बदलाव करना न्यायपालिका का काम नहीं है, इसके लिए सरकार को चुना जाता है। न्यायपालिका केवल इस बात की समीक्षा कर सकती है कि यह कानून देश के बुनियादी ढांचे व संविधान के अनुरूप बनाए गए हैं या नहीं।