फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में समाजवादी पार्टी को बसपा का समर्थन मिलने की बात ने सूबे में सियासत तेज कर दी है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा को आगामी लोकसभा उपचुनाव में हराने के लिए समाजवादी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है। बता दें कि पूर्वोत्तर में हुए विधानसभा चुनाव के परिणामों से भाजपा जहां उत्साहित है। वहीं अब फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में सपा-बसपा भाजपा को जीतने नहीं देना चाहती। मायावती ने कहा है कि सिर्फ भाजपा को पराजित करने के लिए उनकी पार्टी सपा का साथ दे रही है। मायावती ने कहा कि उनकी पार्टी ने फुलपुर और गोरखपुर लोकसभा उप-चुनावों के लिए कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है। भाजपा उम्मीदवार को पराजित करने के लिए उनकी पार्टी के सदस्य अपने वोट का प्रयोग करेंगे।
हालांकि इसे लोग 2019 लोकसभा चुनाव में बसपा-सपा गठबंधन के तौर पर भी देखने लगे हैं। लेकिन मायावती ने इसे महज अफवाह बताया है।
उन्होंने कहा है, “मैं साफ तौर पर कहना चाहती हूं कि बसपा किसी भी पार्टी के साथ गठबंधन नहीं कर रही है। 2019 लोकसभा चुनाव में सपा-बसपा गठबंधन की बात अफवाह, झूठी और निराधार है।”
I want to clarify that BSP has not allied with any political party. All rumors about BSP & SP alliance in UP for 2019 Lok Sabha elctions are false and baseless: Mayawati, BSP chief in Lucknow pic.twitter.com/xLggZDWijO
— ANI UP (@ANINewsUP) March 4, 2018
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए राज्यसभा और विधानसभा में होने वाले चुनाव में भाजपा को हराने के लिए सपा और बसपा के द्वारा एक दूसरे को वोट ट्रांसफर कर दिया जाता है तो ये कोई चुनावी गठबंधन नहीं।
बता दें कि गोरखपुर और फूलपुर में 11 मार्च को मतदान होना है । इस दौरान बसपा ने दोनों ही सीटों पर अपने प्रत्याशी नहीं उतारे हैं। ऐसे में चर्चाएं तेज थी कि 2019 में सपा और बसपा साथ-साथ चुनाव लड़ सकते हैं।