विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा कि सरकार मछुआरों के कल्याण, सुरक्षा, हिफाजत और देखभाल सुनिश्चित करने को लेकर सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका सरकार को इस बात से दृढ़ता से अवगत कराया गया है कि मछुआरों पर बल प्रयोग किसी भी परिस्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
श्रीलंका के मछुआरों द्वारा समीप स्थित कोडियाकरई के पास किए गए कथित हमले में तमिलनाडु के चार मछुआरे गंभीर रूप से घायल हो गए। पम्बन कंटी बोट एसोसिएशन के नेता एस अरूल ने बताया कि श्रीलंकाई मछुआरों ने पहले बंदूक दिखाकर उन्हें धमकाया और फिर उन पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया।