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उत्तराखंड में एक शो के दौरान घायल हुए मशहूर पहलवान खली

उत्तराखंड में एक शो के दौरान घायल हुए मशहूर पहलवान खली

उत्तराखंड में हुए एक रेसलिंग एंटरटेनमेंट शो के दौरान मशहूर पहलवान खली बुरी तरह घायल हो गए। खली को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
मशहूर शायर निदा फाजली का दिल का दौरा पड़ने से निधन

मशहूर शायर निदा फाजली का दिल का दौरा पड़ने से निधन

उर्दू के मशहूर शायर और गीतकार निदा फाजली का दिल का दौरा पड़ने की वजह से निधन हो गया। 78 वर्षीय निदा ने मुंबई में आखिरी सांसे लीं। निदा फाजली अपनी शायरी के अलावा दोहों के लिए पूरी उर्दू दुनिया में विशेष तौर पर जाने जाते थे।
देश भर के मशहूर व्यंजनों का स्वाद मिलेगा दिल्ली में

देश भर के मशहूर व्यंजनों का स्वाद मिलेगा दिल्ली में

दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में पांच फरवरी से शुरू हो रहे जीआईजी कार्निवाल में देश भर के लजीज व्यंजन आकर्षण का केंद्र होंगे। इसके अलावा इस कार्निवाल में संगीत, शिल्प, भोजन और अन्य चीजों के विभिन्न रंग देखने को मिलेंगे।
शादी के 15 साल बाद पत्नी अधुना से अलग हुए फरहान अख्तर

शादी के 15 साल बाद पत्नी अधुना से अलग हुए फरहान अख्तर

बॉलीवुड जगत की कुछ बेहतरीन जोड़ियों में से एक, अभिनेता फरहान अख्तर और उनकी पत्नी अधुना की 15 साल पुरानी शादी अब टूट चुकी है। फरहान अख्तर और पत्नी अधुना ने एक साझा बयान जारी कर अपने अलगाव की घोषणा की है।
मैं रहूं न रहूं, भारत अतुल्य बना रहेगा: आमिर

मैं रहूं न रहूं, भारत अतुल्य बना रहेगा: आमिर

अतुल्य भारत अभियान के ब्रांड एंबेसडर की जिम्मेदारी से हटाए गए आमिर खान ने कहा है कि वह सरकार के फैसले का सम्मान करते हैं। एक बयान जारी कर उन्होंने कहा, अतुल्य भारत अभियान से जुड़ना मेरे लिए खुशी और सम्मान की बात है, मैं ब्रॉड एबेंसेडर रहूं या ना रहूं, भारत अतुल्य रहेगा। इस बीच अतुल्य भारत अभियान के लिए मंत्रालय ने नए चेहरे की तलाश शुरू कर दी है। इस अभियान के लिए मशहूर अभिनेता अमिताभ बच्चन सरकार की पहली पसंद बताए जा रहे हैं।
उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

उर्दू अदब की कहानी,शायर हनफी की जुबानी

‘गजल एक लंबी यात्रा तय करती हुई, वस्ल की रात, महबूब की जुल्फें, हिज्र, सनम की बेरुखी, रुखसार, हुस्न और इश्क के सांचे से निकल चुकी है।‘ ऐसा कहना है कि उर्दू के मशहूर अफसानानिगार और गजलकार मुजफ्फर हनफी का। वह कहते हैं, ‘ लोग मानते हैं कि गजल औरतों से गुफ्तगू करने का नाम है, जो इश्कमिजाजी से लबरेज रहती है जबकि गजल अब विषय पर केंद्रित हो चुकी है। यहां तक कि गालिब जैसों ने भी विषयों पर गजलें लिखी है लेकिन यह अलग बात है कि गजल के उस रूप को तवज्जो कम मिली।
कागज-कलम की आदत नहीं बदल सकता: गुलज़़ार

कागज-कलम की आदत नहीं बदल सकता: गुलज़़ार

बीते पचास से भी ज्यादा वर्ष से शायरी और फिल्मी गीत लिख रहे गुलज़ार वैसे तो आधुनिक पीढ़ी के साथ लगातार तालमेल बिठाते रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि वह कलम से कागज पर लिखने की अपनी पुरानी आदत नहीं बदल सकते।
हिंदी व्रत और उर्दू रोजा वालों की हो गई

हिंदी व्रत और उर्दू रोजा वालों की हो गई

हाल ही में दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान शायर और फिल्म लेखक जावेद अख्तर ने श्रोताओं से रूबरू होते हुए कई राज जाहिर किए। उन्होंने बताया कि उन्होंने 1976 तक उन्होंने शायरी शुरू नहीं की थी। उस वक्त वह 31 वर्ष के थे, जबकि इस उम्र में लोग शायरी कर चुके होते हैं। 12 वर्ष की उम्र तक उन्हें सैकड़ों और 15 वर्ष की उम्र तक उन्हें लाख से ज्यादा शेयर याद थे। वह अपने को खुशकिस्मत मानते हैं क्योंकि लखनऊ में अपने ननिहाल में उन्हें अपने मामा मजाज साहब समेत उस दौर के तमाम नामी शायरों का साथ मिला, जिनके साथ वह बच्चों की तरह रहे।
शायर! ओ शायर!

शायर! ओ शायर!

हाल ही में भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से नवाजी गई कवयित्री की कविताएं
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