अमेरिकी रेटिंग्स एजेंसी मूडीज के आकलन पर भारत सरकार सवाल उठाती रही है, लेकिन एजेंसी भारत की रेटिंग बढ़ाने को तैयार नहीं है। मीडिया में चल रही खबरों की मानें तो कर्ज की स्थिति और बैंकों के बढ़ते बैड लोन्स को देखते हुए मूडीज ने भारत की रेटिंग में सुधार से इंकार कर दिया।
नोटबंदी से आर्थिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित होंगी और इससे निकट भविष्य में वृद्धि कमजोर पड़ेगी। हालांकि, दीर्घावधि में इससे कर राजस्व बढ़ेगा और यह तेजी से राजकोषीय मजबूती में तब्दील होगा। मूडीज इन्वेस्टर सर्विस की एक रिपोर्ट में यह बात कही गई है।