बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से मशहूर आमिर खान ने आज अपने 52वें जन्मदिन पर कहा कि वह राजनीति में कभी नहीं आएंगे, लेकिन जरूरी मुद्दों पर अपनी राय हमेशा रखते रहेंगे।
विधानसभा चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कई प्रसिद्ध हस्तियों एवं विदेशी नेताओं ने बधाई दी जिनमें अबु धाबी के शहजादे और गायिका लता मंगेशकर शामिल हैं।
चीन ने आज पठानकोठ आतंकी हमले के मास्टरमाइंड एवं जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र में वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के अमेरिकी प्रस्ताव को रोकने के अपने फैसले का बचाव किया। चीन ने कहा कि इस संबंध में मापदंडों को पूरा नहीं किया गया था।
सुपरस्टार आमिर खान फिल्म दंगल की अपनी सह-कलाकार जायरा वसीम के समर्थन में आगे आए हैं। दरअसल, जायरा ने जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की थी जिसके बाद सोशल मीडिया पर उन्हें निशाना बनाया गया। इसके बाद जायरा ने फेसबुक पर माफी मांगी जिसपर कई लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी।
सुपरस्टार आमिर खान को 62वें जियो फिल्मफेयर पुरस्कारों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का सम्मान मिला जबकि उनकी फिल्म दंगल साल की सर्वश्रेष्ठ फिल्म घोषित हुई। सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पुरस्कार उड़ता पंजाब फिल्म में शानदार अभिनय के लिए आलिया भट्ट को दिया गया जबकि सोनम कपूर ने नीरजा के लिए समीक्षकों की पसंद पुरस्कार (क्रिटिक्स च्वाइस एवार्ड) हासिल किया।
पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन ने आज हैदराबाद क्रिकेट संघ (एचसीए) के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दायर किया। इससे पहले अरशद अयूब ने लोढा समिति के सुधारवादी कदमों पर उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था।
सुपर स्टार आमिर खान की फिल्म दंगल ने बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और यह फिल्म भारतीय सिनेमा की अब तक की सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बन गई है। हरियाणवी पहलवान महावीर सिंह फोगाट और उनकी बेटियों- गीता व बबीता के जीवन पर आधारित दंगल ने आमिर खान की ही फिल्म पीके और सलमान खान की बजरंगी भाईजान और सुल्तान के भी रिकार्ड तोड़ दिए हैं।
चीन ने जैश-ए-मोहम्मद के नेता मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकवादियों की सूची में शामिल कराने की भारत की कोशिश को रोकने को लेकर भारत द्वारा लगाए गए दोहरे मापदंड के आरोपों को असत्य बताकर खारिज कर दिया और कहा कि उसने मामले पर फैसला करने में एक उचित, वस्तुनिष्ठ और पेशेवर रुख अपनाया।
किसी फिल्म को देखने के लिए सबसे पहले सवाल आता है कि इस फिल्म को क्यों देखना चाहिए। अगर दंगल के बारे में भी यही प्रश्न मन में है तो इसे इसलिए देखना चाहिए कि यह एक विश्वसनीय फिल्म है, किरदारों से लेकर लोकेशन तक, अभिनय से लेकर भावनाओं तक। यह कहानी गीता-बबीता से ज्यादा महावीर सिंह फोगाट की कहानी है।