रवि शंकर प्रसाद ने कहा, "हम हर हत्या की निंदा करते हैं, लेकिन मेरे उदार मित्र केरल और कर्नाटक में भाजपा-आरएसएस कार्यकर्ताओं की हत्याओं पर चुप क्यों है?"
दुकानों से पटी वह एक भीड़-भरी तंग गली थी जिस पर एक दूसरे से हिल-मिल कर बने हुए मकानों की कतारों में किसी एक घर की एकमात्र खिड़की/बालकनी/बरामदे पर चाइनीज एलइडी से लिखे गए 56 इंच के बड़े-बड़े अक्षरों में “देश-भक्त ही देशभक्त” का साइन बोर्ड लिबडिब-लिबडिब करके जल बुझ रहा था।