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Search Result : "रवीन्द्र गायकवाड़"

पलकन डगर बुहारें, तब भी नहीं आएंगे रवीन्द्र जैन

पलकन डगर बुहारें, तब भी नहीं आएंगे रवीन्द्र जैन

संगीत सरहदें नहीं जानती, जाति, धर्म और बंटवारा नहीं मानती। पत्तों-पत्तों, हवाओं के रेशों-रेशों, बादलों के रुनझुन सी बूंदों में, हर रंगों की झलकियों में प्रतिपल ध्वनियां प्रवाहित होती हैं।
एलपी रेकॉर्ड्स को सीडी की सौगात

एलपी रेकॉर्ड्स को सीडी की सौगात

रवीन्द्र संगीत के शौकीन और किसी वक्त में इसे सीखने वाले मलय घोष को अंदाजा भी नहीं रहा होगा कि संगीत की यह शिक्षा एक दिन उनके लिए रोजी-रोटी का जरिया बनेगी।
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