सैनिक कॉलोनियों और कश्मीरी पंडित बस्तियों के खिलाफ अलगाववादियों के गुरुवार को बंद के आह्वान से पहले घाटी के कई नेताओं को बुधवार को हिरासत में लिया गया या नजरबंद कर दिया गया।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के चौथे चरण के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आज मतदान जारी है। शुरुआती चार घंटे में 11 बजे तक 42 फीसद मतदान दर्ज किया गया। इस चरण में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला होगा।
ब्रिटेन के शाही परिवार के राजकुमार प्रिंस विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन अपनी पहली भारत यात्रा पर रविवार को मुंबई पहुंचे और उन्होंने 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दी।
फिल्म अभिनेता शाहरूख खान ने कहा कि ब्रिटेन के शाही दंपति राजकुमार विलियम और केट मिडलटन का यहां एक समारोह में दर्शकों से परिचय कराना उनके लिए एक बड़ा सम्मान होगा।
हरियाणा सरकार द्वारा गुरुवार तक मांगें नहीं माने जाने की सूरत में जाट नेताओं की ओर से आंदोलन फिर से शुरू करने की धमकी दिए जाने के बाद हरियाणा सरकार ने संवेदनशील क्षेत्रों में तैनाती के लिए केंद्र से अर्धसैनिक बलों की मांग की है।
ब्रिटेन के राजकुमार विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन अपने पहले दौरे पर 10 अप्रैल को भारत पहुंच रहे हैं। अपनी यात्रा के दौरान उनका प्रेम की खूबसूरत निशानी ताज महल का भी दीदार करने का कार्यक्रम है।
जरूरी नहीं कि हर संगीत दिल को सुकून ही देता हो। कुछ संगीत कर्णप्रिय होते हुए भी दिल में छाले उगा सकता है। निर्देशक हंसल मेहता की फिल्म अलीगढ़ एकांत का दुखभरा संगीत है।
अपनी सजा पूरी कर जेल से रिहा हुए बाॅलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने कहा कि वह आतंकवादी नहीं हैं और 1993 के मुंबई विस्फोटों के मामले में दोषी ठहराए जाने की कड़वी यादों को पीछे छोड़ देना चाहते हैं। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वह आतंकी नहीं हैं और उनके नाम के साथ मुंबई ब्लास्ट को न जोड़ा जाए।
पाकिस्तान के पूर्व गृह मंत्री रहमान मलिक ने 2008 मुंबई हमलों के मामले में डेविड हेडली की गवाही को झूठ का पुलिंदा बताते हुए भारत पर आरोप लगाया है कि वह हेडली के गढ़े हुए इकबालिया बयान से पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है।
‘किनारे की चट्टान’ काव्य संग्रह के लेखक के अनुसार कविता लिखना जटिल प्रक्रिया है। सच कहूं तो मुझे कविता की सारी टेक्निकल डिटेल का आज भी कोई खास पता नहीं है। बस, मन को जो चीज कचोटती है उसे पन्नों पर उतार लेता हूं और कविता बनने या न बनने का निर्णय पाठकों पर छोड़ देता हूं।’ ये बातें काव्य संग्रह ‘किनारे की चट्टान’ के लेखक पवन चौहान ने अपने काव्य संग्रह में कही हैं।