शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को आगामी राष्ट्रपति चुनाव में रणनीति को मजबूती प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अगले सप्ताह राजग के सहयोगी दलों के लिए आयोजित रात्रिभोज में आमंत्रित किया गया है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के सहयोगी दलों लोकजनशक्ति पार्टी और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार-प्रसार से दूर रखा है। जबकि इन दोनों दलों के प्रमुखों का प्रदेश के कुछ इलाकों खासकर पूर्वांचल में खासा पकड़ है। लेकिन भाजपा ने कुछ समीकरण को ध्यान में रखते हुए दोनों दलों को प्रचार से दूर रखा है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनावी नतीजे आने से पहले ही राजग के खिलाफ व्यापक विपक्षी गोलबंदी की शुरुआत कर दी है। उनका मानना है कि अब वक्त आ गया है कि मौजूदा सत्ता के पराक्रम से डरे बिना विपक्ष एकजुट होकर राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाए।
बैंकों का ऋण चुकाए बिना विदेश भागने वाले शराब कारोबारी विजय माल्या का कहना है कि वह एक फुटबाल की तरह हो गए हैं जिसे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की दो प्रतिस्पर्धी टीमें किक मार रही हैं।
बृहन्नमुंबई नगर निगम बीएमसी सहित महाराष्ट्र के 10 नगर निगमों और 25 जिला परिषदों के चुनाव के लिए भाजपा से नाता तोड़ चुकी शिवसेना को चुनौती देते हुए कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी :राकांपा: ने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पार्टी से कहा कि वह केंद्र और महाराष्ट्र की राजग सरकार से हट जाए। शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र की राजग सरकार में गठबंधन साझेदार है।
केंद्र की सत्ता में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के गठन को ढाई साल बीत चुके हैं, लेकिन अब भी उसकी लोकप्रियता बनी हुई है। एक सर्वे के मुताबिक यदि मौजूदा वक्त में लोकसभा चुनाव हो जाएं तो राजग 360 सीटों के साथ केंद्र की सत्ता में लौट सकता है। यूपीए को 60 और अन्य को 123 सीटें मिलने का अनुमान है।
राजग सरकार की महत्वाकांक्षी 9,393 करोड़ रूपये की केन बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के 2017 की पहली तीमाही से शुरू होने का मार्ग प्रशस्त हो गया है और इस परियोजना को हरित पैनल और आदिवासी मामलों के मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। इससे 6.35 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई और बुंदेलखड में पेयजल की समस्या से निपटने में मदद मिलने की उम्मीद है।