महाराष्ट्र के लातूर जिले के तीन सरकारी कर्मचारियों को वेतन बढ़ोत्तरी का लाभ देने से इनकार कर दिया गया है। इनमें एक क्लास-वन अफसर भी शामिल है। इन तीनों कर्मचारियों को इस सूखाग्रस्त क्षेत्र में पानी बर्बाद करने का जिम्मेदार पाया गया था। यह कार्रवाई 21 अगस्त को छह ओवरहेड टैंक से 1.5 लाख लीटर पानी की बर्बादी के बाद की गई है। लातूर नगर निगम द्वारा संचालित यह पानी की टंकियां ओवरफ्लो होने के चलते 20 मिनट तक बहती रहीं। तीनों कर्मचारी नगर निगम के सप्लाई डिपार्टमेंट से हैं।
सरकारी तेल कंपनियों ने 15 अगस्त की रात से पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती कर दी है। पेट्रोल एक रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई।
मदर डेयरी ने मंगलवार को कहा कि उसने गाय दूध के खंड में प्रवेश किया है और वह अगले एक वर्ष में पांच लाख लीटर प्रतिदिन का कारोबार हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।