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Search Result : "विश्‍व कप खिताब"

सदी का महामुकाबला: फ्लॉयड मेवेदर बने विश्‍व चैंपियन

सदी का महामुकाबला: फ्लॉयड मेवेदर बने विश्‍व चैंपियन

कांटे के मुकाबले में मेवेदर ने पैकियाओं को मामूली अंतर से हराया। लगातार 48वीं जीत के साथ वने विश्‍व विजेता। मेवेदर के नाम हुई 1200 करोड़ रुपए की ईनामी राशि, जो डेविड बेक्‍हम के पूरे करियर की कमाई के बराबर है। पैकियाओ पर शुरुआत से ही हावी रहे 38 साल के मेवेदर लेकिन पैकियाओ ने भी उन्‍हें कड़ी टक्‍कर दी।
सानिया ने करिअर का 25वां युगल खिताब जीता

सानिया ने करिअर का 25वां युगल खिताब जीता

सानिया मिर्जा ने स्विट्जरलैंड की अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ स्वप्निल शुरूआत जारी रखते हुए रविवार को यहां मियामी ओपन टेनिस टूर्नामेंट में महिला युगल का खिताब जीता जो उनके करियर का 25वां डब्ल्यूटीए युगल खिताब है।
विश्व कपः किसे  खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

विश्व कपः किसे खिताब दिलाने को है दुनिया बेताब

भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांज्लादेश के आखिरी दौर तक प्रतियोगिता में बने रहने से बढ़ा क्रिकेट का रोमांच। क्रिकेट पंडित तो यहां तक मानने लगे हैं कि विश्व कप एक बार फिर दक्षिण एशियाई क्षेत्र में ही और विशेषकर भारत में ही रह जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि दक्षिण एशियाई देशों को विश्व कप में बनाए रखने की कहीं यह सोची-समझी रणनीति तो नहीं है? बहुत हद तक इस बात की पुष्टि सिडॉन पार्क के क्यूरेटर कार्ल जॉनसन ने यह कहकर कर दी है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की खास हिदायत पर विश्व कप में सपाट पिचें बनाई जा रही हैं।
मर्रे को हराकर जोकोविच ने आस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता

मर्रे को हराकर जोकोविच ने आस्ट्रेलियाई ओपन का खिताब जीता

मरे के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई ओपन में तीसरी बार फाइनल में शिकस्त देते हुए जोकोविच ने यह खिताब जीता। जोकाेविच का यह आठवा ग्रैंड स्लैम खिताब है जबकि पांचवीं बार ऑस्ट्रेलियाई आेपन जीतने वाले वह दुनिया के दूसरे खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले रॉय एमर्सन ने छह बार यह खिताब जीता है।
कुंद पड़ा पांच दिग्‍गजों का क्रिकेट पंच

कुंद पड़ा पांच दिग्‍गजों का क्रिकेट पंच

वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, युवराज सिंह, जहीर खान, हरभजन सिंह और आशीष नेहरा को 30 खिलाड़ियों की सूची में जगह नहीं मिलने की खबर मीडिया से लेकर क्रिकेट विशेषज्ञों के बीच खूब उछाली गई लेकिन जम्मू-कश्मीर की टीम ने जब 40 बार रणजी ट्रॉफी विजेता टीम मुंबई को हराकर इतिहास रचा तो कई अखबारों के लिए यह खबर तक नहीं बनी।
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