मां-बाप के द्वारा 'बच्चे का भविष्य' संवारने के उद्देश्य से उन्हें स्कूल भेजा जाना, फिर उस बच्चे का कभी न लौटकर आना या कुछ ऐसे घाव साथ लेकर आना जिससे उबरने में शायद जिंदगी बीत जाए। ऐसे मां-बाप पर क्या गुजरेगी?
शूजीत सरकार ने कहा कि पहले भी कई बार इस पर सवाल उठाया जा चुका है कि बच्चों से जुड़े रियलिटी शो बंद होने चाहिए क्योंकि इससे बच्चों पर बहुत कम उम्र में मानसिक दबाव पड़ता है।