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तिरंगे को सलामी देना संघ ने सत्ता में आने के बाद सीखा: राहुल गांधी

तिरंगे को सलामी देना संघ ने सत्ता में आने के बाद सीखा: राहुल गांधी

शरद यादव के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम ‘साझा विरासत बचाओ सम्मेलन’ में राहुल गांधी ने भाजपा और आरएसएस पर जमकर निशाना साधा।
MLC इस्तीफे के बाद माया का वार, कहा- ‘सत्ता लोभी भाजपा ने सभी हदों को लांघ दिया’

MLC इस्तीफे के बाद माया का वार, कहा- ‘सत्ता लोभी भाजपा ने सभी हदों को लांघ दिया’

बिहार के बाद उत्तर प्रदेश की सियासत में भी हलचल तेज हो गई गई है। बसपा एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे को लेकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने भाजपा पर जमकर हमला बोला।
नियंत्रण में रहना सीखें आर्मी चीफ, बयानबाजी शोभा नहीं देती: करात

नियंत्रण में रहना सीखें आर्मी चीफ, बयानबाजी शोभा नहीं देती: करात

सीपीआई नेता बृंदा करात ने आर्मी चीफ को नियंत्रण में रहने की सलाह देते हुए कहा है कि भारत के आर्मी चीफ को इस तरह की बयानबाजी शोभा नहीं देती, उन्हें इससे बचना चाहिए।
मोदी सरकार के सत्ता में आते ही इसरो को लगे पंख, ये हैं 3 साल की 5 बड़ी उपलब्धियां

मोदी सरकार के सत्ता में आते ही इसरो को लगे पंख, ये हैं 3 साल की 5 बड़ी उपलब्धियां

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार शाम ठीक 5:28 बजे जीएसएलवी मार्क-3 रॉकेट लॉन्च कर इतिहास रच दिया है। पूरी तरह देश में बने सबसे भारी रॉकेट के लांच के साथ ही इसरो और मोदी सरकार के खाते में एक और बड़ी उपलब्धि जुड़ गई है। पिछले तीन सालों में इसरो की सफलता की कहानी उल्लेखनीय रही है!
भाजपा नेता का बयान, ‘पार्टी सत्ता में आई तो मेघालय में गो मांस होगा सस्ता’

भाजपा नेता का बयान, ‘पार्टी सत्ता में आई तो मेघालय में गो मांस होगा सस्ता’

एक तरफ भारतीय जनता पार्टी देश भर में बीफ बैन की मांग कर रही है तो वहीं भाजपा के एक नेता का बड़ा बयान आया है। भाजपा नेता का कहना है कि उनकी पार्टी राज्य में सत्ता में आती है तो गो मांस पर प्रतिबंध नहीं होगा। और बूचड़खानों को कानूनी रूप से मान्यता दी जाएगी। जिससे विभिन्न प्रकार के मांसों की कीमतें घटेंगी।
मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

मध्यप्रदेश में अनिल दवे की रणनीति से मिली थी भाजपा को सत्ता

अनिल माधव दवे, एक शौकिया पायलट, लेखक, पर्यावरणविद, नदी संरक्षणवादी, एक सांसद, पर्यावरण मंत्री और विभिन्न भूमिकाओं के लिए पहचाने जाते रहे हैं। संघ से ताल्लुक रखने वाले अनिल दवे को एक प्रखर प्रवक्ता के तौर पर जाना जाता था। पर्यावरणविद अनिल माधव दवे का जन्म मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के बड़नगर गांव में 6 जुलाई 1956 को हुआ था।
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