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सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये किलो हुई अरहर दाल

सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये किलो हुई अरहर दाल

दालों की बढ़ती महंगाई के बीच आज अरहर की दाल का खुदरा भाव सरकारी आंकड़ों में भी 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया है। पिछले साल इस समय अरहर की दाल 85 रुपये किलो थी। दालों की महंगाई पर अंकुश लगाने के सरकार के दावों के बावजूद अरहर की दाल के दाम बढ़ते जा रहे हैं।
जम्मू कश्मीर: मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादी बने दो एसपीओ

जम्मू कश्मीर: मुठभेड़ में मारे गए उग्रवादी बने दो एसपीओ

पुलिस बल छोड़ कर उग्रवाद की राह पकड़ने वाले दो विशेष पुलिस अधिकारी यानी एसपीओ आज डोडा जिले में सेना के साथ हुई एक मुठभेड़ में मारे गए।
नए अंदाज में आगाज

नए अंदाज में आगाज

सफलता नए विचारों से इतर भी कई चीजों में निहित है। कुछ सफल उद्यमियों का सफर आैर अनुभव पेश है
मणिपुर हिंसा: मंत्री के घर हमला, सरकारी इमारत ध्वस्त

मणिपुर हिंसा: मंत्री के घर हमला, सरकारी इमारत ध्वस्त

आंदोलनकारियों द्वारा एक सरकारी इमारत में आग लगाने और चूड़ाचंदपुर जिले में एक मंत्री के घर पर हमले के बाद मणिपुर में स्थिति तनावपूर्ण हो गई है।
स्‍वच्‍छ भारत मिशन को झटका, मिशन प्रमुख ने लिया वीआरएस

स्‍वच्‍छ भारत मिशन को झटका, मिशन प्रमुख ने लिया वीआरएस

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन को बड़ा झटका लगा है। इस अभियान की मुखिया और गुजरात कैडर की आईएएस अधिकारी विजयलक्ष्‍मी जोशी ने अचानक नौकरी छोड़ने का फैसला किया है।
राजस्थान में सरकारी दुकानों से निजी कंपनियों को मिलेगा मुनाफा

राजस्थान में सरकारी दुकानों से निजी कंपनियों को मिलेगा मुनाफा

सरकारी उचित मूल्य की 5,000 दुकानों पर निजी कंपनी बेचेंगी अपना माल, दुकान सरकार की, लाभ कंपनी का, पीपीपी मॉडल की घुसपैठ पीडीएस ढांचे में भी
सरकारी बैंकों में डूबते कर्ज से जेटली चिंतित

सरकारी बैंकों में डूबते कर्ज से जेटली चिंतित

सरकारी बैंक भारी डूबत कर्ज के बोझ से दबे हुए हैं। 31 मार्च को समाप्त वित्त वर्ष तक उनका सकल एनपीए 2.67 लाख करोड़ रुपये था जो पूरे बैंकिंग उद्योग के एनपीए का 86 प्रतिशत बैठता है।
जवाब में बर्खास्‍त आईपीएस अफसर संजीव भट्ट की कविता

जवाब में बर्खास्‍त आईपीएस अफसर संजीव भट्ट की कविता

वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों को लेकर नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली गुजरात सरकार पर सवाल उठाने वाले आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। केंद्र सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए संजीव भट्ट ने कहा कि वह 24 साल की उम्र में एक जुनून के साथ आईपीएस में आए थे और यह आग आज भी उनके अंदर जल रही है। उनका कहना है कि सरकार ने ड्यूटी से गैर-हाजिर रहने के मनगढ़ंत आरोपों पर एकतरफा जांच कर उन्‍हें सेवा से हटाने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के खिलाफ संजीव भट्ट ने एक कविता के जरिये अपनी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है। इस अंग्रेजी कविता का अनुवाद इस प्रकार है:
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