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Search Result : "साहित्‍य अकादमी"

'सिर्फ हिंदू कट्टरपंथियों पर सवाल क्‍यों उठाते हैं सेक्‍युलर'

'सिर्फ हिंदू कट्टरपंथियों पर सवाल क्‍यों उठाते हैं सेक्‍युलर'

देश में असहिष्‍णुता पर छिड़ी बहस के बीच बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन ने कहा है कि उनके विचार में भारत एक असहिष्णु देश नही है। लेकिन उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि देश में धर्मनिरपेक्ष लोग केवल हिंदू कट्टरपंथियों पर ही सवाल क्यों उठाते हैं, मुस्लिम कट्टरपंथियों को क्‍यों छोड़ देते हैं। तसलीमा ने कहा कि छद्म-धर्मनिरपेक्षता पर आधारित लोकतंत्र कभी सच्चा लोकतंत्र नहीं है।
हेमा मालिनी को अंधेरी की जमीन महज 70 हजार में

हेमा मालिनी को अंधेरी की जमीन महज 70 हजार में

अभिनेत्री और भाजपा सांसद हेमा मालिनी को अंधेरी में डांस अकादमी खोलने के लिए 2,000 वर्गमीटर की जमीन महज 70 हजार रुपये में आवंटित कर दी गई। समझा जाता है कि इस जमीन की कीमत लगभग 40 करोड़ रुपये है।
वापस नहीं लिया अवार्ड, असहिष्णुता के खिलाफ विरोध जारी: नयनतारा सहगल

वापस नहीं लिया अवार्ड, असहिष्णुता के खिलाफ विरोध जारी: नयनतारा सहगल

अपना साहित्य पुरस्कार वापस लेने से इंकार कर चुकी जानी-मानी लेखिका नयनतारा सहगल ने आज साहित्य अकादमी को एक पत्र लिखकर कहा कि असहिष्णुता के खिलाफ उनका विरोध जारी है।
'अभिव्‍यक्ति की आजादी' व 'लोकतंत्र' दो सबसे बड़े मजाक: करन जौहर

'अभिव्‍यक्ति की आजादी' व 'लोकतंत्र' दो सबसे बड़े मजाक: करन जौहर

हर साल सुर्खियों में रहने वाले जयपुर साहित्‍य उत्‍सव का आगाज इस साल भी एक विवाद के साथ हुआ है। फिल्‍मकार करन जौहर ने अपने बेबाक बयानों से असहिष्‍णुता पर छिड़ी बहस को गरमा दिया है।
हैदराबाद विश्वविद्यालय से मिली डी.लिट लौटाएंगे अशोक वाजपेयी

हैदराबाद विश्वविद्यालय से मिली डी.लिट लौटाएंगे अशोक वाजपेयी

हैदराबाद विश्वविद्यालय के एक दलित छात्र की आत्महत्या के विरोध में जाने-माने लेखक अशोक वाजपेयी ने विश्वविद्यालय से उन्हें प्रदान की गई डी. लिट की उपाधी लौटाने का एलान किया है। वाजपेयी ने यह फैसला विश्वविद्यालय प्रशासन के दलित विरोधी रवैये के विरोध में लिया है जिसकी वजह से रविवार की रात रोहित वेमुला नाम के एक दलित छात्र को आत्महत्या करने पर मजबूर होना पड़ा।
मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

मैं काल्पनिक नहीं प्रामाणिक पर भरोसा करता हूं-रामदरश मिश्र

गीत, कविता, कहानियां, गजल, निबंध हर विधा में रामदरश मिश्र ने अपनी कलम चलाई है। वह नामी साहित्यकार से पहले संवेदनशील, उदार, स्नेहशील, सहज और सहृदयी व्यक्तित्व के स्वामी हैं। सन 2015 का साहित्य अकादमी पुरस्कार उनकी पुस्तक आग की हंसी के लिए देने की घोषणा हुई है। इस मौके पर साहित्य अकादमी, दिल्ली, के सभागार रामदरश मिश्र जी ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में अपने पाठकों, प्रशंसकों से रूबरू हुए।
साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

मुंबई में एक साहित्य समारोह के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हो रही बहस तब गरमा गई जब अनुपम खेर ने मंच से आरोप लगा दिया कि कार्यक्रम में किराए की भीड़ लाई गई है।
इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

इन छह चीजों ने तय की बिहार चुनाव की तस्‍वीर

चुनाव अपने यहां सचमुच उत्सव हैं। चुनाव लड़ने-लड़ाने वालों को छोड़कर सभी इसको इंज्वॉय करते हैं। और बिहार चुनाव तो उत्सवों के समय ही होते रहे हैं। बिहार का आदमी थोड़ा हटकर होता है। उसे अमेरिकी चुनाव की भी अंदरुनी जानकारी होती है तो यह कैसे कह सकते हैं कि बिहार में हो रहे चुनाव के अंदर की खबरें उसके पास नहीं होंगी।
साहित्यिक जंग का नया माहौल और सत्‍ता की प्रतिक्रिया

साहित्यिक जंग का नया माहौल और सत्‍ता की प्रतिक्रिया

साहित्य अकादमी का पुरस्कार लौटाने का सिलसिला एक नई परिस्थिति का संकेत देता है और एक अभूतपूर्व माहौल की रचना भी करता है। परिस्थिति नई है, वरना अभी तक यह माना जाता रहा है कि कला और साहित्य में राज्य द्वारा सम्मानित किए जाने के लिए होड़ लगी रहती है। पुरस्कार लौटाने की व्यग्रता इस पैमाने पर पहले नहीं देखी गई।
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