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साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता सौवेंद्र शेखर की किताब पर झारखंड में प्रतिबंध

साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता सौवेंद्र शेखर की किताब पर झारखंड में प्रतिबंध

झारखंड सरकार ने शुक्रवार को साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता लेखक हंसदा सौवेंद्र शेखर की किताब 'द आदिवासी विल नॉट डांस' पर प्रतिबंध लगा दिया है।
साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी, दिल्ली ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर संवाद और कवयित्री सम्मेलन आयोजित कर मनाया। इस मौके पर चर्चित लेखिका चित्रा मुद्गल ने कहा ने स्त्री लेखन और देह विमर्श के मौजूं सवालों को उठाया।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

इस वर्ष साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार हिन्दी के लिए नासिरा शर्मा, उर्दू के लिए निज़ाम सिद्दीकी, अंग्रेजी के लिए जेरी पिंटो और संस्कृत के लिए सीतानाथ आचार्य शास्त्री सहित 24 भाषाओं के रचनाकारों को देने का आज ऐलान किया गया।
ग्वालियर में गूंजेंगीं तानसेन को समर्पित  विश्व संगीत की स्वर-लहरियां

ग्वालियर में गूंजेंगीं तानसेन को समर्पित विश्व संगीत की स्वर-लहरियां

संगीत सम्राट तानसेन की स्मृति में पिछले नौ दशकों से ग्वालियर में आयोजित होते आ रहे तानसेन संगीत समारोह का विश्इव स्सतरीय पांच दिवसीय आयोजन इस साल यहां 16 दिसंबर से 20 दिसंबर तक किया जाएगा।
‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

‘भाषा का कोई धर्म नहीं होता, बल्कि मजहब को भाषा की जरूरत होती है’

उर्दू जबान की तरक्की के लिए फिक्रमंद साहित्यकारों और शिक्षाविदों का मानना है कि इस भाषा को सिर्फ मुसलमानों की जबान के तौर पर पेश कर एक दायरे में सीमित करने की कोशिशें की जा रही हैं जबकि असलियत यह है कि यह पूरे देश में और विभिन्न समुदायों में बोली जाती है और इसके विकास में सभी का अहम योगदान है। इसके अलावा उर्दू और हिंदी छोटी और बड़ी बहने हैं और इनमें आपस में कोई टकराव नहीं है।
मशहूर कश्मीरी गायिका राज बेगम का 89 वर्ष की उम्र में निधन

मशहूर कश्मीरी गायिका राज बेगम का 89 वर्ष की उम्र में निधन

पद्मश्री से सम्मानित प्रसिद्ध कश्मीरी गायिका राज बेगम का आज सुबह निधन हो गया। राज बेगम को उनकी खूबसूरत आवाज के लिए नाइटिंगल ऑफ कश्मीर कहा जाता है।
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