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मनोज सिन्हा के क्षेत्र में भाजपा ने 3 सीटों पर कब्जा जमाया

मनोज सिन्हा के क्षेत्र में भाजपा ने 3 सीटों पर कब्जा जमाया

मोदी सरकार में संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के संसदीय क्षेत्र गाजीपुर में इस बार भाजपा लहर में भाजपा ने 3 विधानसभा सीटों पर कब्जा जमा लिया। गाजीपुर और जमनिया विधान सभा क्षेत्रों पर भाजपा के उम्मीदवार विजयी हुए, वहीं जखनिया से भाजपा की सहयोगी पार्टी भारतीय समाज पार्टी की विजय हुई है।
पीएचडी, एमफिल सीट सीमा में बदलाव से जेएनयू के वर्तमान छात्रा प्रभावित नहीं होंगे : वीसी

पीएचडी, एमफिल सीट सीमा में बदलाव से जेएनयू के वर्तमान छात्रा प्रभावित नहीं होंगे : वीसी

दाखिले नियम में हाल में हुए बदलाव को लेकर हुए प्रदर्शनों के आगे झुकते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति जगदीश कुमार ने आज स्पष्ट किया कि एक संकाय सदस्य के साथ कितने शोध छात्रा रह सकते हैं इसकी सीमा तय करने वाला नियम वर्तमान छात्रों पर लागू नहीं होगा।
दस साल पहले सीट छीनने वाले को भाजपा ने बनाया उम्मीदवार

दस साल पहले सीट छीनने वाले को भाजपा ने बनाया उम्मीदवार

भाजपा ने उद्योगपति से नेता बने नंद गोपाल गुप्ता नंदी को इलाहाबाद दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से इस उम्मीद के साथ मैदान में उतारा है कि बसपा के उम्मीदवार के तौर पर एक दशक पहले इस क्षेत्र में उसकी जीत का सिलसिला तोड़ने वाले, नंदी अब सपा के हाथों से सीट छीनने में कामयाब होंगे।
रेल मंत्रालय ने आरएसी सीटों की संख्या बढ़ाई

रेल मंत्रालय ने आरएसी सीटों की संख्या बढ़ाई

रेल मंत्रालय ने विभिन्न श्रेणियों के गैर - एलएचबी डिब्बों में सीट रद्द होने पर आरक्षण (आरएसी) के रूप में निर्धारित सीटों की संख्या में संशोधन करने का फैसला किया है। इस कदम से रेलों में अधिक संख्या में यात्रियों को यात्रा करने में मदद मिलेगी।
पंजाब चुनाव-2017ः टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की अहम बैठक

पंजाब चुनाव-2017ः टिकट बंटवारे को लेकर कांग्रेस की अहम बैठक

उम्मीदवारों के चुनाव के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव कमेटी की पहली मीटिंग बुधवार को दिल्ली में होने जा रही है। इसमें कांग्रेस बड़े पैमाने पर रिजर्व सीटों पर फेरबदल कर सकती है। पंजाब कांग्रेस के प्रधान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा, जनरल सीटों पर ज्यादा बदलाव नहीं किया जाएगा।
शहडोल लोकसभा सीट पर 41 फीसदी मतदान

शहडोल लोकसभा सीट पर 41 फीसदी मतदान

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रहे उपचुनाव में आज दोपहर एक बजे तक शहडोल लोकसभा सीट पर 41 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया, जबकि नेपानगर विधानसभा सीट पर 53.28 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। केंद्र सरकार के नोटबंदी के निर्णय के बाद हो रहे इस उपचुनाव को अहम माना जा रहा है और इसे नोटबंदी के बाद सत्तारूढ़ भाजपा के लिये पहली बड़ी चुनावी परीक्षा के रूप में देखा जा रहा है। मध्यप्रदेश की यह दोनों सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं।
अरूणाचल प्रदेश: देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने पेमा खांडू

अरूणाचल प्रदेश: देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने पेमा खांडू

अरूणाचल प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल के नवनिर्वाचित नेता पेमा खांडू ने आज राज्य के नौवें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। शपथ ग्रहण के साथ ही 37 वर्षीय खांडू देश के सबसे युवा मुख्यमंत्री बन गए।
बिहार जीतने अमित शाह ने ओवैसी से मिलाया था हाथ, पूर्व भाजपा विधायक का दावा

बिहार जीतने अमित शाह ने ओवैसी से मिलाया था हाथ, पूर्व भाजपा विधायक का दावा

गुजरात से भाजपा के पूर्व विधायक ने आरोप लगाया है कि पिछले साल बिहार चुनावों के दौरान भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह और ऑल इंडिया मजलिस इत्‍तेहादुल मुसलतीन के अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने समझौता किया था। दोनोंं के बीच यह समझौता हुआ था कि बिहार के मुस्लिम बहुल इलाकों में ओवैसी अपनी पार्टी से उम्‍मीदवार खड़े करेंंगे।
भाजपा पर कसता शिरोमणि अकाली दल का शिकंजा

भाजपा पर कसता शिरोमणि अकाली दल का शिकंजा

पंजाब विधानसभा चुनावों की घड़ी जैसे जैसे नज़दीक आती जा रही है , वैसे वैसे ही शिरोमणि अकाली दल के अपनी सहयोगी पार्टी भाजपा को दबाव में लेने के प्रयास तेज़ होते जा रहे हैं ।
चर्चाः सस्ते सौदे में सीट संसद की। आलोक मेहता

चर्चाः सस्ते सौदे में सीट संसद की। आलोक मेहता

सौदागर सैकड़ों साल पहले सिल्क रूट से चीन, अमेरिका, यूरोप तक पहुंच जाते थे। तब यात्रा महीनों चलती थी और वाहन सीमित थे। अब तो गोल्डन, डायमंड रूट भी बन गए हैं। ये रूट व्यापार, हथियार के लिए ही नहीं राजनीति में भी कुछ सौदागरों के ‌लिए मुनाफे वाले हो चुके हैं। एक समय था, जबकि भैंरोंसिंह शेखावत जैसे नेताओं को चुनाव लड़ने के लिए पत्नी के हाथ की सोने की चूड़ियां तक बेचनी पड़ती थी और कुछ सौ रुपयों का इंतजाम होता था। अब तो आलम यह है कि कुछ सौदागरों को सरकारी खजाने से एक सौ करोड़ सांसद के नाते अपने पेशे या संस्‍थान के लिए हर महीने 30 करोड़ आने के भरोसे के कारण चुनाव में 25 से 40 करोड़ रुपये लगाना भी सस्ता सौदा लगता है।
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