शिकागो का 1893 में हुआ यह कार्यक्रम सिर्फ एक धर्म-संसद नहीं था। दरअसल कोलम्बस द्वारा अमेरिका की खोज के 400 साल पूरे होने का जश्न था। महज धार्मिक विद्वानों का सम्मलेन न होकर यह एक प्रकार से ज्ञान-विज्ञान का कुम्भ था।
इस जीत के साथ ही विजेंदर एशिया पेसिफिक सुपर मिडिलवेट का खिताब बचाने में सफल रहे। वहीं दूसरी तरफ डब्ल्यूटीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट खिताब भी अपने नाम कर लिया।
लोगों को सफाई के मामले में संदेश देने के लिए सात मई को दिल्ली भाजपा बड़ा अभियान चलाएगी। इसका मकसद निगम में जीतकर आए पार्षदों को अभी से अपने काम के प्रति सजग करना है। इसमें डेरा सच्चा सौदा व कई एनजीओ भी शिरकत करेंगे।
चीन ने पीओके से होकर गुजरने वाले रणनीतिक चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे :सीपीईसी: को लेकर अपना बचाव करते हुए कहा कि इसका कश्मीर मामले से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है क्योंकि यह एक आर्थिक उपक्रम है। भारत ने सीपीईसी को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है।
सीधा-सादा बद्रीनाथ (वरुण धवन) और तेज तर्रार वैदेही (आलिया भट्ट) की शादी दहेज, लड़की शादी के बाद नौकरी नहीं करेगी टाइप के कई ट्विस्ट उनकी शादी को रोक देते हैं। वैदही भाग जाती है और उसके पीछे-पीछे भागता है बद्रीनाथ। कुछ गाना बजाना, कुछ डायलॉग और वैदेही को भी हो गया प्यार।
विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने अपने रिश्ते के बारे में कभी खुलकर बात नहीं की है लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान ने इस अभिनेत्री के प्रति अपने प्रेम का इजहार खूबसूरत वेलेंटाइन डे संदेश पोस्ट कर किया।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत ने सरकार में बैठे लोगों को आम जनता से जुड़े रहने का संदेश दिया है। भोपाल में आयोजित साधक संगम में संघ प्रमुख ने कहा कि राजा की सवारी के सामने बच्चा, महिला या परिश्रम करने वाला आ जाए तो राजा रास्ता छोड़ते हैं। सामान्य व्यक्ति राजा के लिए रास्ता नहीं छोड़ता। यही देश की परंपरा है। हम ये भूल गए हैं इसलिए स्थिति खराब हुई है।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ कराने की पुरजोर वकालत करने के साथ ही नोटबंदी का भी समर्थन किया है। इन दोनों मुद्दों पर वर्तमान केंद्र सरकार का जोर रहा है। प्रणब ने चुनाव आयोग से कहा कि वह राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करके दोनों चुनाव साथ कराने के विचार को आगे बढ़ाये।
बराक ओबामा ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में विदाई से पहले डोनाल्ड ट्रंप के आगामी प्रशासन में देश को उम्मीद का संदेश देते हुए अमेरिकियों को भरोसा दिलाया कि सब ठीक होगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी संकल्प लिया कि वह देश के बुनियादी मूल्यों को खतरा पैदा होने पर आवाज उठाएंगे।