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सूरज के मुखड़े पर कल बिंदिया की तरह चमकेगा बुध ग्रह

सूरज के मुखड़े पर कल बिंदिया की तरह चमकेगा बुध ग्रह

सौर मंडल में 10 साल बाद एक दुर्लभ खगोलीय घटना का संयोग बन रहा है। नौ मई को सूर्य के सामने बुध ग्रह एक काले बिंदु की तरह गुजरता दिखाई देगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक ऐसा अद्भुत नजारा होगा जो नई पीढ़ी खासकर स्कूल एवं कालेज के छात्रों की खगोल जगत के संबंध में कौतुहल को दूर करने के साथ ही उन्हें सौर मंडल की आकाशीय घटना से रूबरू कराएगा।
हिलेरी का वादा, राष्ट्रपति बनीं तो कैबिनेट में होंगी आधी महिलाएं

हिलेरी का वादा, राष्ट्रपति बनीं तो कैबिनेट में होंगी आधी महिलाएं

अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवारी की अग्रणी दावेदार हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अगर वह व्हाइट हाउस के लिए चुनी जाती हैं तो उनकी कैबिनेट की आधी संख्या महिलाओं के लिए होगी।
भारतीयों का मजाक उड़ाने पर हिलेरी ने की ट्रंप की आलोचना

भारतीयों का मजाक उड़ाने पर हिलेरी ने की ट्रंप की आलोचना

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से उम्मीदवार बनने की शीर्ष दावेदार हिलेरी क्लिंटन की प्रचार मुहिम टीम ने एक चुनावी रैली में एक भारतीय कॉल सेंटर कर्मी का मजाक उड़ाने पर डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना करते हुए आज कहा कि ऐसा करना इस समुदाय के प्रति असम्मान और ट्रंप की विभाजनकारी बयानबाजी को दर्शाता है।
भारतीय श्रमिकों को समझना सबसे बदतर: अमेरिकी गवर्नर

भारतीय श्रमिकों को समझना सबसे बदतर: अमेरिकी गवर्नर

अमेरिका के उत्तर पूर्वी राज्य मेन प्रांत के रिपब्लिकन गर्वनर पॉल लीपेज ने यह कहते हुए एक नया विवाद खड़ा कर दिया कि भारतीय श्रमिकों को समझना सबसे ज्यादा मुश्किल और सबसे बदतर है। एक दिन पहले ही राष्ट्रपति पद के रिपब्लिकन उम्मीदवार की दौड़ में आगे चल रहे डोनाल्ड ट्रंप ने भारतीय कॉल सेंटरों का मजाक उड़ाया था।
ट्रंप ने उड़ाया भारतीय कॉल सेंटर का मजाक

ट्रंप ने उड़ाया भारतीय कॉल सेंटर का मजाक

अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने के शीर्ष दावेदार डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में एक कॉल सेंटर प्रतिनिधि के अंग्रेजी में बात करने के लहजे की नकल उतारते हुए उसका मजाक उड़ाया। लेकिन साथ ही उन्होंने भारत को एक महान देश बताया और कहा कि वह भारतीय नेताओं से नाराज नहीं हैं।
मुकेश अंबानी को राहत, 4जी सेवाएं दे सकेगी रिलायंस जियो

मुकेश अंबानी को राहत, 4जी सेवाएं दे सकेगी रिलायंस जियो

सुप्रीम कोर्ट ने आज मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड को 4जी लाइसेंस प्रदान करने को चुनौती देने वाली एक स्वयंसेवी संगठन की याचिका को खारिज कर दिया। मुख्य न्यायाधीश टी.एस. ठाकुर की अध्यक्षता वाली पीठ ने स्वयंसेवी संगठन, सेंटर फॉर पब्लिक इंटरेस्ट लिटिगेशन (सीपीआईएल) की याचिका खारिज कर दी जिसने सरकार द्वारा कंपनी को अपने 4जी स्पेक्ट्रम पर वॉयस सेवा प्रदान करने की मंजूरी देने के फैसले को चुनौती दी थी।
न्यूयार्क के ग्राउंड जीरो पर बना दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन

न्यूयार्क के ग्राउंड जीरो पर बना दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन

न्यूयार्क में आज दुनिया का सबसे महंगा ट्रेन स्टेशन खुलने वाला है। यह ट्रेन स्टेशन उसी वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के स्थान पर बना है, जो 14 साल पहले हुए 9/11 हमलों में नष्ट हो गया था।
‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

‘पंजाब में कैंसर के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराएगी कांग्रेस’

विश्व कैंसर दिन के मौके पर पंजाब कांग्रेस की कमान संभाल रहे और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ट्वीट किया है कि अगर उनकी सरकार सत्ता में आती है तो पंजाब के लोगों को बेहतर स्वाथ्य सुविधाएं देगी।
निजी कोचिंग सेंटर शिक्षा का संगठित माफिया

निजी कोचिंग सेंटर शिक्षा का संगठित माफिया

जिसका मन करता है, वह चार कुर्सी-टेबल लगा कर कोचिंग सेंटर खोल लेता है क्योंकि हमारे देश में स्कूल खोलना मुश्किल काम है। स्कूल खोलने के लिए कई औपचारिकताएं होती हैं, जिसे हर कोई पूरा नहीं कर सकता है लेकिन निजी कोचिंग सेंटर के लिए कुछ नहीं करना होता। इसके लिए देश में कोई रेगुलेटरी बोर्ड नहीं। कोचिंग सेंटर्स शिक्षा का रैकेट और संगठित माफिया है। इनके बड़े-बड़े होर्डिंग्स, विज्ञापन छात्रों को आकर्षित करते हैं। शिक्षकों को लगता है कि स्कूल या कॉलेज में क्यों पढ़ाना? वे स्कूल-कॉलेज में वे ट्रिक्स नहीं देते जो कोचिंग सेंटर में देते हैं। कोई नहीं जानता कि देश में कितने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स हैं, ये सालाना कितने करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं।
आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

आवरण कथाः कोचिंग का धंधा, कितना स्याह, कितना सफेद

कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। बिहार के मूल निवासी पीयूष कुमार गुजरात के अहमदाबाद में बैंक अधिकारी हैं। परिवार में पत्नी के अलावा सिर्फ एक बेटा है जो दसवीं की परीक्षा पास कर चुका है। मगर बेटा और पत्नी उनके साथ नहीं रहते। दोनों राजस्थान के कोटा में हैं जहां बेटा आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास करने के लिए एक नामी कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रहा है। एक और उदाहरण देखें:ओडिशा से इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर चुकी श्वेता कुमारी इंजीनियरिंग क्षेत्र में मंदी के कारण बैंक की नौकरी की तैयारी कर रही हैं। सिलीगुड़ी के अपने घर में रहकर उसने परीक्षा दी मगर लिखित परीक्षा की बाधा पार नहीं हो पाई। उसने दिल्ली का रुख किया और यहां एक कोचिंग से बैंकिंग की तैयारी के बाद पहली बार में ही रिजर्व बैंक और बैंक पीओ की लिखित परीक्षा पास कर ली। ये दो उदाहरण देश में कोचिंग के पूर्ण विकसित हो चुके धंधे की कहानी बयां करते हैं। जरा 15 साल पहले का जमाना याद करें जब कोचिंग का मतलब आपके घर में ही आस-पड़ोस के किसी बेरोजगार युवक द्वारा आपके बच्चों को पढ़ाई में थोड़ी-बहुत मदद कर देना होता था। अब अगर बच्चे को डॉक्टर, इंजीनियर, मैनेजर, प्रशासनिक अधिकारी या किसी सरकारी दफ्तर में क्लर्क ही बनना हो तो औपचारिक शिक्षा की डिग्री के साथ-साथ किसी कोचिंग संस्था का मार्गदर्शन होना अनिवार्य है अन्यथा गला काट प्रतिस्पर्धा के इस दौर में उसका पिछड़ना तय है। सीधे शद्ब्रदों में कहें तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक और कटक से अटक तक कोचिंग का धंधा औपचारिक शिक्षा के साथ-साथ पांव पसार चुका है और इस सच से कोई इनकार नहीं कर सकता। साल 2013 में हुए एक आकलन के मुताबिक भारत में कोचिंग इंडस्ट्री लगभग 23.7 अरब डॉलर (160.16 अरब रुपये) की थी, जिसके साल 2015 में 40 अरब डॉलर (270 अरब रुपये) के होने की भविष्यवाणी की गई थी और अगले पांच वर्षों में यह 500 अरब रुपये तक पहुंच सकती है।
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