अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीतने वाले गौरव दूसरे भारतीय मुक्केबाज हैं। उनसे पहले विकास कृष्ण ने 2011 में चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीता था।
पत्नी का दिल जीतने के लिए समझौता करने की सलाह देना भी किसी को चैंपियन बना सकता है। ऐसा हुआ है भारतीय मूल के 43 वर्षीय सिंगापुरवासी मनोज वासुदेवन के साथ। उन्होंने कनाडा में आयोजित प्रतिष्ठित इंटरनेशनल पब्लिक स्पीकिंग चैंपियनशिप में इसी विषय पर अपनी बात रखी और चैंपियन बने।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन के लियु जियांग्ची और गाओ जियानमी को 28-27 से हराया। मेजबान देश के व्लादीस्लाव मुखमेदीयेव और ओल्गा पनारिना ने कांस्य पदक जीता।