दक्षिण एशिया के सात देशों ने भारत की ओर से अपने पड़ोसियों के लिए उपहार के तौर पर छोड़े गए 450 करोड़ रूपये के संचार उपग्रह की खूब सराहना की है। इन देशों के बीच एक अभूतपूर्व अंतरिक्षीय संबंध की बानगी देखने को मिली।
शहर के कुछ विशेष रूप से सक्षम लोग अड़चनों को पार करके हाथी के मल से पारिस्थितिकी के लिहाज से अनुकूल कागज बनाकर कमाई कर रहे हैं और इस कागज की अच्छी मांग है खासतौर पर विदेशी पर्यटकों के बीच।
असम में आदमी और हाथी के बीच का संघर्ष भयावह होता जा रहा है। इसमें तत्काल हस्तक्षेप की जरूरत है। भोजन की तलाश में हाथी आबादी के आसपास घूम रहे हैं, खेतों में लगी फसलों को तबाह कर रहे हैं, राह में आने वाले घरों को बर्बाद कर रहे हैं और आदमी के गुस्से का शिकार हो रहे हैं।
मानसून के दौरान बंद रहने के बाद कल काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों के लिए फिर खुल जाएगा। सर्दी के मौसम में यहां पर्यटकों के लिए खासी सुविधाएं रहती हैं और हाथी सफारी यहां का मुख्य आकर्षण है।