Advertisement

Search Result : "1 more died"

झारखंड के अस्पताल में 30 दिन में 52 बच्चों की मौत, NHRC का राज्य सरकार को नोटिस

झारखंड के अस्पताल में 30 दिन में 52 बच्चों की मौत, NHRC का राज्य सरकार को नोटिस

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर और छत्तीसगढ़ के अस्पताल में बच्चों की मौत की खबर से अभी हम उबरे ही नहीं थे कि अब जमशेदपुर के अस्पताल में एक साथ कई बच्चों की मौत ने चौंका दिया है।
गुजरात में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हुई

गुजरात में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मौत, मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हुई

गुजरात में पिछले 24 घंटे में स्वाइन फ्लू से 9 और लोगों की मोत हो गई है। इसके साथ ही राज्य में जनवरी से इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 280 हो गई है।
राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को फिर झटका, दो और विधायकों ने दिया इस्तीफा

राज्यसभा चुनाव से पहले गुजरात कांग्रेस को फिर झटका, दो और विधायकों ने दिया इस्तीफा

गुजरात में गुरुवार को कांग्रेस के तीन विधायकों के पार्टी का साथ छोड़ने के बाद आज दो और विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है।
CAG ने जताया सार्वजनिक बैंकों की फंड जुटाने की क्षमता पर संदेह

CAG ने जताया सार्वजनिक बैंकों की फंड जुटाने की क्षमता पर संदेह

कैग ने संसद में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा कि अब तक जनवरी 2015 में मार्च 2017 सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बाजार से केवल 7,726 करोड़ रुपए जुटाए। इससे 2019 तक एक लाख करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटाए जाने की संभावना को लेकर संदेह है।
सोमनाथ चटर्जी ने कहा- पश्चिम बंगाल से ज्यादा वोट मीरा कुमार को मिलेंगे

सोमनाथ चटर्जी ने कहा- पश्चिम बंगाल से ज्यादा वोट मीरा कुमार को मिलेंगे

देश के 14वें राष्ट्रपति के लिए के लिए संसद और राज्यों की विधानसभाओं में जारी मतदान के बीच नेता और जनप्रतिनिधि अपनी-अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। कोई सोशल मीडिया पर तो टीवी चैनल्स के माध्यम से। इस बीच लोकसभा के भूतपूर्व स्पीकर सोमनाथ चटर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी राय व्यक्त की है।
आजमगढ़ में जहरीली शराब से 21 मरे, सरकार पर सवाल

आजमगढ़ में जहरीली शराब से 21 मरे, सरकार पर सवाल

एक तरफ कई राज्य सरकारें शराबबंदी पर जोर दे रही हैं तो दूसरी तरफ यूपी में जहरीली शराब से हुई मौतों ने सरकार की नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आजमगढ़ व लखनऊ में जहरीली शराब पीने से 23 लोगों की मौत हो चुकी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम के निर्देश पर डीएम ने थानाध्यक्ष रौनापर, इलाके के सब इंस्पेक्टर समेत तीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है तथा मजिस्ट्ररियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सवाल यह है कि क्या निलंबन और जांच से मृतकों के परिजनों को न्याय मिल पाएगा और क्या इस तरह का गोरखधंधा बिना पुलिस की मिलीभगत के संभव है। सरकार क्या भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगा पाएगी।
Advertisement
Advertisement
Advertisement