रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
पीवी सिंधू और साइना नेहवाल ने चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाने के साथ ही भारत के दो मेडल पक्के हो गए हैं। इसके साथ ही सिंधू ने भी वर्ल्ड चैम्पियनशिप का अपना तीसरा मेडल भी पक्का कर लिया।
भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन के लियु जियांग्ची और गाओ जियानमी को 28-27 से हराया। मेजबान देश के व्लादीस्लाव मुखमेदीयेव और ओल्गा पनारिना ने कांस्य पदक जीता।
भारतीय कुश्ती जगत के लिए शनिवार का दिन शानदार रहा रहा। एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में भारत के लिए बजरंग पुनिया ने गोल्ड मेडल जीत लिया। उन्होंने फ्रीस्टाइल के 65 किग्रा वर्ग में दक्षिण कोरिया के ली सुंग चुल को हराया।
गिमचियोन में कांस्य पदक जीतने के तीन साल बाद पीवी सिंधू मंगलवार से वुहान (चीन) में शुरू हो रही एशियाई बैडमिंटन चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती की अगुआई करेंगी और उनकी नजरें पदक जीतने पर टिकी होंगी।
भारत ने अप्रैल-मई में होने वाली एशियाई चैंपियनशिप के लिये कुछ स्थापित और दो नये मुक्केबाजों को टीम में जगह दी है लेकिन दो बार के पदक विजेता एल. देवेंद्रों सिंह इसमें स्थान नहीं बना पाये। विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता शिव थापा (60 किग्रा) और विकास कृष्ण (75 किग्रा) के साथ पूर्व राष्ट्रमंडल चैंपियन मनोज कुमार (60 किग्रा) अपेक्षानुरूप 30 अप्रैल से सात मई के बीच उज्बेकिस्तान के ताशकंद में होने वाली चैंपियनशिप के लिये टीम में चुने गये। यह महाद्वीपीय चैंपियनशिप इस वर्ष के आखिर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिये क्वालीफाईंग प्रतियोगिता भी है।
पाकिस्तान की सेना भारत को असंतुलित करने और कश्मीर विवाद पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को मध्यस्थ बनाने की कोशिश के तहत भारत पर हमला करने वाले आतंकवादी संगठनों की लगातार मदद कर रही है।