मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में आज सुबह हुए एक भीषण सड़क दुर्घटना में 12 मजदूरों की मौत हो गई जबकि 30 से अधिक मजदूर घायल हो गए। मध्य प्रदेश प्रशासन ने हादसे में मारे गए लोगों को एक-एक लाख रुपए जबकि घायलों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा कि जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने अपने देश में प्रवासियों को अनुमति देकर एक भयावह गलती की है। ट्रंप ने शरणार्थी संकट को पहले से मौजूद परेशानियों को और बढ़ाने वाला कारक बताते हुए कहा कि इसी वजह से पिछले साल ब्रिटेन में यूरोपिय संघ से अलग होने के लिए मतदान हुआ था।
मध्यप्रदेश सरकार ने जेल से फरार सिमी के आठ व्यक्तियों की तलाश और मुठभेड़ में मार गिराने की घटना में अहम भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों को दो-दो लाख रुपये का इनाम देने के फैसले पर रोक लगा दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप आतंकवाद के हिंदू पीड़ितों के लिए न्यूजर्सी में आयोजित एक चैरिटी समारोह में भारतीय अमेरिकियों को संबोधित करेंगे। रिपब्लिकन हिंदू कोलिशन (आरएचसी) इस समारोह को आयोजित करेगा। आरएचसी के संस्थापक एवं अध्यक्ष शलभ शाल्ली कुमार ने कहा, यह इतिहास बन रहा है। अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि किसी उम्मीदवार ने किसी हिंदू समारोह में शिरकत की हो।
बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य में बाढ़ से अब तक 22 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि इससे प्रदेश के 10 जिलों के 17.85 लाख लोग बुरी तरह प्रभावित हैं।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अनेक भागों में पिछले कुछ दिन से हो रही लगातार तेज बारिश से कई निचले स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। करीब आधे मध्यप्रदेश में तो पानी ही पानी हो गया है। कई नदियां उफान पर है। 16 जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्षा और बाढ़ से प्रदेश में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अब तक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
तीन साल पहले 16 जून की रात केदारनाथ में हुई भारी जल प्रलय के निशान अब मिटने लगे हैं। केदारनाथ मंदिर के पास शांत बह रही मंदाकिनी के नवनिर्मित किनारे श्रद़धालुओं में शायद यही संदेश दे रहे हैं, कि जख्म कितना भी घातक हो, वक्त सबसे बड़ा मरहम होता है। प्रलयंकारी उफान में 11,755 फुट की उंचाई पर स्थित हिमालयी धाम के डूबने के साथ ही देश भर से आये श्रद़धालु, पुजारी, व्यापारी और स्थानीय लोगों सहित करीब 5000 जिंदगियां बह गई थीं। रह गयी थी बस चीख और पुकार तथा अपनों का क्रंदन। उस मातमी माहौल को केदारनाथ की महिमा ने पीछे कर दिया है।
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई और उसके आसपास के इलाकों में आई भीषण बाढ़ को लेकर सरकार ने माना कि स्थिति अधिक गंभीर है और शहर एक टापू बनकर रह गया है। संसद के दोनों सदनों में बाढ़ को लेकर चर्चा हुई और सांसदों ने कहा कि स्थिति की भयावहता को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा घोषित किया जाए। यह संभव है कि सरकार इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दे।