गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी के समर्थन में बहुजन समाज पार्टी के उतर आने से सियासत गरम हो गई है। आगामी उपचुनाव में बसपा ने सपा के उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि यह कवायद भाजपा को हराने के लिए किया जा रहा है।
इस बीच भाजपा नेता एल बाजपेयी ने कहा है कि एसपी और बीएसपी, भाजपा की आई बाढ़ के कारण एक होने को मजबूर हुई है। सुना था जब बाढ़ आती है, सांप और नेवले एक ही डाल पर बैठ जाते हैं। दुश्मनी छोड़ देते हैं। जब प्यास लगती है तो शेर और बकरी एक ही घाट पर पानी पी लेते हैं। ऐसा ही ये गठबंधन है।
SP aur BSP, BJP ki aayi bhaadh ke kaaran ek hone ko majboor hui hain. Suna tha jab baadh aati hai, saanp aur nevla ek hi daal par baith jaate hain,dushmani chod dete hain. Jab pyaas lagti hai, sher aur bakri ek hi ghat par paani pee lete hain. Aisa hi ye gathbandhan hai: L Bajpai pic.twitter.com/kOcR8f7J5B
— ANI UP (@ANINewsUP) March 4, 2018
इस नए समीकरण को आने वाले लोकसभा चुनावों के पहले एक महागठबंधन के रूप में भी देखा जा रहा है। गोरखपुर और फूलपुर में 11 मार्च को मतदान होना है और इसके परिणाम 14 मार्च को आएंगे।
गौरतलब है कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा सीटें योगी आदित्यनाथ और केशव प्रसाद मौर्य के विधानसभा सदस्य बनने की वजह से खाली हुई हैं। फिलहाल माया और अखिलेश के सामने सबसे बड़ी चुनौती भाजपा है। फिलहाल यही कहा जा सकता है कि राजनीति में एक दुश्मन को हराने के लिए दो दुश्मन दोस्त बन जाए तो कोई हैरानी नहीं होनी चाहिए।